Operating System क्या है? और इसके उद्देश्य, कार्य, प्रकार

आपका हमारे हिंदी टेक्नॉलजी ब्लॉग में स्वागत है। आज हम इस आर्टिकल में Opearating System क्या है? के बारे में जानेगे। आज हम सबको पता है कि कंप्यूटर की हमारी ज़िंदगी में आज कितनी अहमियत है। Computer हमें कई प्रकार की सुविधाएं प्रदान करता है।

चाहे वह पत्र लिखना,फिल्म देखना,गेम खेलना,ऑफिस का काम करना ही क्यों हो। परंतु क्या आपको पता है? कंप्यूटर को चलाने और हर प्रकार की सुविधाएं दिलाने में ऑपरेटिंग सिस्टम का कितना महत्वपूर्ण योगदान है।

विंडोज 10 को आज तकरीबन सभी कंप्यूटर,लैपटॉप में उपयोग में लाया जाता है। विंडोज10 एक शक्तिशाली Operating system है। संसार में सभी लोग विंडोज 10 Operating System का ही प्रयोग करते हैं।

बता दें कि कई विंडोज 32-Bit प्रोसेसिंग ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करती है और कई 64-Bit ऑपरेटिंग सिस्टम की होती है। 64-Bit Operating System 4GB से भी बड़ी 8GB रैम तक के डाटा को आसानी से संभाल लेता है। इसमें हम अपने कई टास्क को एक ही बार में पूरा कर सकते हैं।

सामग्री की तालिका::

ऑपरेटिंग सिस्टम क्या होता है? What is Operating System in Hindi

ऑपरेटिंग सिस्टम क्या होता है- Windows,DOS,Linux OS

Operating system यूजर और Computer hardware के बीच माध्यम का काम करता है।कंप्यूटर मेंहोने वाले सभी प्रकार के क्रियाकलापों को यह सुव्यवस्थित ढंग से नियंत्रित करता है। Operating system में ऐसे बहुत से प्रोग्राम होते हैं।

जो कि कंप्यूटर में उपस्थित सभी साधनों और कंप्यूटर में होने वाले सभी कार्यों का प्रबंधन करते हैं। ऑपरेटिंग सिस्टम का कार्य कंप्यूटर में जो भी चीजें जमा है। जैसे सभी प्रोग्राम ,एप्लीकेशन,software को अपने कार्य में लगाना है। ताकि user और Computer hardware के बीच माध्यम का काम कर सके।

Operating System के उद्देश्य 

दोस्तों हमारे कंप्यूटर सिस्टम में Hardware और Software को समस्या के समाधान के रूप में लिया जाता है। Hardware के द्वारा हम अपने कंप्यूटर सिस्टम को कमांड देते हैं और सॉफ्टवेयर हमारे द्वारा दी गई कमांड पर काम करता है। Operating System के दो उद्देश्य जिन्हें आप लक्ष्य भी कह सकते हैं इस प्रकार हैं।

कंप्यूटर सिस्टम को के प्रभावपूर्ण प्रयोग के लिए सुविधाजनक बनाना

ऑपरेटिंग सिस्टम जब हम कंप्यूटर पर कोई कार्य करते हैं। यह हमसे हार्डवेयर उपकरणों की जानकारी को Hide कर लेता है।जिसकी वजह से हम मॉनिटर पर सुविधाजनक इंटरफेस को देख पाते हैं। ऊपर चित्र में यह बताया गया है कि Operating System के चारों और कंप्यूटर हार्डवेयर उपस्थित रहते हैं।

जो अन्य सिस्टम सॉफ्टवेयर की सतह द्वारा वर्ड प्रोसेसर,स्प्रेडशीट,अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर इत्यादि तक घूमते हैं। अतः उपयोगकर्ता operating system के द्वारा कंप्यूटर सिस्टम के लिए यूजर इंटरफेस उपलब्ध करवाता है।

कंप्यूटर सिस्टम के उपकरणों को प्रबंधित करना

इसमें उन कार्यों को सम्मिलित किया जाता है। जिनका प्रयोग उपकरण उपकरण रखने के अनुरोध भिन्नभिन्न प्रोग्राम तथा उपयोगकर्ता के झगड़ों को सुलझाने के लिए होता है। कंप्यूटर का उपयोग करने वाले तथा प्रोग्राम के बीच संसाधनों के प्रभावपूर्ण उपयोग के लिए ज्यादातर Operating System का मुख्य लक्ष्य होता है।

ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्य: Functions of Operating System

ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकार- Types Of Operating System in Hindi

इस श्रेणी में हम आपको operating system के कार्य के बारे में पूरा ब्यौरा देंगे चलिए जानते हैं

#1 मेमोरी प्रबंधन

मेमोरी का कौन सा हिस्सा किसके द्वारा उपयोग में लाया गया है और कौन सा भाग इस्तेमाल में नहीं है। Multi Programming में कितनी मेमोरी कब मिलेगी। यह निर्णय लेता है पर प्रोसेस में मेमोरी की जरूरत ना हो या मेमोरी खत्म हो जाती है। मेमोरी को रद्द करना। ऑपरेटिंग सिस्टम का कार्य है।

#2 प्रोसेसर प्रबंधन

प्रोसेसर किन कार्यों पर काम कर रहा है। उसका हिसाब रखना प्रोसेसर की स्थिति का हिसाब रखना। जब हम Multi Programming करते हैं। उसमें किस प्रोसेस को कितना प्रोसेसर मिलेगा। उसका निर्णय प्रोसेसर प्रबंधन में होता है। इस कार्य को Process Scheduling भी कहते हैं। प्रोसेसर की आवश्यकता होने पर प्रोसेस कार्य को रोकना।

#3 डिवाइस प्रबंधन

सभी डिवाइस का हिसाब रखना। किस कार्य को उपकरण कब और कितने समय के लिए मिलेगा इसका निर्णय करना। उपकरण को सुविधाजनक तरीके से आवंटित करना।

#4 सुरक्षा

Operating System का मुख्य कार्य पासवर्ड के रूप में आप के डाटा को सुरक्षित रखना है। ताकि कोई भी आपकी निजी जानकारी को चुरा सके। आपका डाटा कंप्यूटर में सुरक्षित रहे।

#5 सिस्टम परफॉर्मेंस

जब हम उपकरण की सहायता से कंप्यूटर सिस्टम को command देते हैं। हमारी कमांड पर कार्य सही तरह से हुआ है या नहीं operating system इन कार्यों की परफॉर्मेंस पर नियंत्रण रखता है।

#6 गलती का पता लगाना

ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर में होने वाली किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को Error मैसेज दिखाकर आपकी कंप्यूटर स्क्रीन पर तुरंत प्रदर्शित करता है।

ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकार- Types Of Operating System in Hindi

अब हम आपको Operating System के कितने प्रकार होते हैं। इसके बारे में पूरी जानकारी देंगे नीचे बताए गए ऑपरेटिंग सिस्टम के नाम का संक्षेप में वर्णन इस प्रकार है।

1. बैच ऑपरेटिंग सिस्टम

बैच ऑपरेटिंग सिस्टम में जैसा कि हमें नाम से ही पता चलता है। बैच यानी कि एक समूह है इसमें जो यूजर कंप्यूटर का उपयोग करता है। वह ऑपरेटिंग सिस्टम से सीधा इंटरेक्ट नहीं करता। अब जब उपयोगकर्ता को कोई काम मिलता है तो वह अपना काम ऑफलाइन उपकरणों में पंच कार्ड के जरिए कंप्यूटर ऑपरेटर को दे देता है।

अब कंप्यूटर ऑपरेटर आपके पंच कार्ड पर किए गए कार्यों का एक बैच बनाता है। फिर उस Batch को ऑपरेटिंग सिस्टम में डाला जाता है। इसके बाद ऑपरेटिंग सिस्टम उस कार्य को आगे प्रोसेस करता है। इस ऑपरेटिंग सिस्टम में यूजर का सीधा इंटरेक्ट सिस्टम के साथ होता ही नहीं था।

2. मल्टीप्रोग्रामिंग ऑपरेटिंग सिस्टम

मल्टीप्रोग्रामिंग ऑपरेटिंग सिस्टम में हम एक ही बार में कई अलगअलग कार्यों को कर सकते हैं। इससे हमारे समय की बचत हो जाती थी। सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट को आसानी से यूटिलाइज किया जा सकता था। सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट कभी भी फ्री नहीं रहती थी।जिसकी वजह से हम डबल काम मल्टीप्रोग्रामिंग ऑपरेटिंग सिस्टम से ले सकते थे।

3. टाइम शेयरिंग ऑपरेटिंग सिस्टम

टाइम शेयरिंग ऑपरेटिंग सिस्टम में समय को बांटा जाता है या हम कैसे कहा कि समय साझा किया जाता है। बहुत सारे लोग अलगअलग लोकेशन से आपके ऑपरेटिंग सिस्टम से जुड़े सकते हैं।

जैसे कई लोगों का एक समूह कंप्यूटर पर कार्य कर रहा है। वह कंप्यूटर्स किसी एक टाइम शेयरिंग operating system के साथ जुड़े हैं। तो इन कंप्यूटर में central processing unit का थोड़ाथोड़ा उपयोग सब मे होता है। काम सबका चल रहा होता है। पंरतु CPU में टाइम शेयरिंग टर्मिनल लगा होता है।

जिसकी वजह से CPU थोड़ा थोड़ा समय प्रत्येक कंप्यूटर यूज़र को देता है। अब यह कार्य CPU के द्वारा मिली सेकेंड में होता है। हमें यह पता ही नहीं लग पाता CPU कंप्यूटर यूजर के साथ टाइम शेयरिंग कर रहा है। इसे टाइम शेयरिंग ऑपरेटिंग सिस्टम कहा जाता है। जिसमें एक समय के अंतराल में ऑपरेटिंग सिस्टम सभी कंप्यूटर्स पर जाता रहता है।

4. डिस्ट्रीब्यूटेड ऑपरेटिंग सिस्टम

डिस्ट्रीब्यूटेड ऑपरेटिंग सिस्टम में अलगअलग जगहों पर कई सेंट्रल प्रोसेसर होते हैं। जिसकी वजह से अलगअलग तरह के यूजर्स इसको Access कर पाते हैं। आपके टास्क के परफॉर्मेंस को बेहतर करने के लिए ताकि जल्दी से जल्दी आप कितने का कैलकुलेशन कर सके। इसमे ऑपरेटिंग सिस्टम का प्रयोग होता है।

5. नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम

नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम सर्वर पर ही कार्य करता है। सर्वर को सारी चीजों को उपलब्ध करवाता है कि आपका डाटा,ग्रुप,सिक्योरिटी,एप्लीकेशन को मैनेज करें। उदाहरण के साथ समझते हैं। नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम का उद्देश्य फाइल शेयरिंग को जो किसी दूसरे सिस्टम पर मौजूद है।

जैसे आपके ऑफिस में एक ही प्रिंटर मौजूद है। परंतु वह प्रिंटर ऑफिस के प्रत्येक कंप्यूटर के साथ जुड़ा हुआ है। किसी भी कंप्यूटर से प्रिंटर को कमांड मिलेगी वह प्रिंट आउट कर देगा। यानी कि एक ही सर्वर पर नेटवर्क Operating System काम करता है। इसे ही नेटवर्क Operating System कहते हैं।

6. रियल टाइम ऑपरेटिंग सिस्टम

रियल टाइम ऑपरेटिंग सिस्टम में हम किसी डाटा को लाएंगे। इस Operating System में परफॉर्म लाने के लिए तो इस प्रोसेस में किसी भी प्रकार का बफरिंग ढीले संभव नहीं होता। यानी कि इसमें किसी भी काम के खत्म होने का समय एकदम निश्चित होता है। सारा खेल यहां पर समय का ही होता है।

रियल टाइम ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रयोग :

  •  इंडस्ट्रियल कंट्रोल सिस्टम में
  • साइंटिफिक एक्सपेरिमेंट में
  • रोबोटिक एक्सपेरिमेंट में
  • ट्रैफिक कंट्रोल में

7. मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम

मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम का प्रयोग आज हम अपनी डिवाइस में करते हैं। हमारे द्वारा उपयोग में लाए गए स्मार्टफोन भी एक ऑपरेटिंग सिस्टम के तहत कार्य करते हैं। मोबाइल में चार प्रकार के Operating System होते हैं। जो कि इस प्रकार हैं।

1. Android

एंड्राइड को आज तकरीबन 95% यूजर उपयोग में लाते हैं यह Linux operating system पर आधारित होता है।

2. Symbian

शुरू में नोकिया के मोबाइल फोंस में Symbian Operating system  का उपयोग किया जाता था। नोकिया केमोबाइल में sisx नाम की फाइल ही हम इंस्टॉल कर पाते थे। परंतु इसके बाद नोकिया विंडोज और एंड्रॉयड स्मार्टफोन बनाने की तरफ चला गया।

3. iOS (Iphone Operating System)

एप्पल के डिवाइस में इस ऑपरेटिंग सिस्टम का प्रयोग किया जाता है। इसको आज तक का सबसे शक्तिशाली मोबाइल Operating System भी कहा जाता है

4. BlackBerry

ब्लैकबेरी मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम को सबसे सुरक्षित Operating System भी कहा जाता है। अब मार्केट में ब्लैकबेरीअपने स्मार्टफोन कम संख्या में लॉन्च कर रही है।

विश्व के सबसे लोकप्रिय Operating System :

ऑपरेटिंग सिस्टम में सबसे पहले जिन Operating System को पहली बार बनाया गया था। जिन्होंने दुनिया में कंप्यूटर टेक्नोलॉजी की एक अनोखी छाप छोड़ी उन सभी ऑपरेटिंग सिस्टम का परिचय इस प्रकार है।

विंडोज (Windows)

Microsoft Computer में प्रयोग होने वाली विंडोज पूरे संसार में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध Operating system है। माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ बिल गेट्स हैं। कंप्यूटर की दुनिया में सबसे पहला Microsoft windows version 1983 में आया था। जिसे windows 1.0 से जाना जाता है। इसमें ग्राफिक यूजर इंटरफेस का प्रयोग किया गया था और यह आज तक उपयोग में लाया जा रहा है।

विंडो के वर्जन-

  • Window 1.0
  • Window 2.0
  • Window 3.1
  • Window 3.11
  • Window NT 3.1
  • Window NT workstation 3.5
  • Window 95
  • Window NT workstation 0
  • Window 98
  • Window Millennium Edition (ME)
  • Windowsw 2000
  • Window XP
  • Window vista
  • Window 2007
  • Window 8 (2012)
  • Window 10 (2015)
  • Window 11 (2021)

डिस्क ऑपरेशन सिस्टम – DOS

DOS का अर्थ डिस्क ऑपरेशन सिस्टम है। यह विषय में लोकप्रिय ऑपरेशन सिस्टम है। जिसे माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन के द्वारा 1981 में बनाया गया था। DOS कमांड का सेट प्रदान करता है। कंप्यूटर के साथ इंटरेक्ट भी करता है। DOS का प्रयोग कंप्यूटर के कार्य को आसान बनाने में किया जाता है। DOS फ्लॉपी डिस्क पर निवास कर सकता है।

लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम – Linux OS

Linux एक ऑपरेटिंग सिस्टम है। एंड्रॉयड स्मार्टफोन में लिनक्स operating system का सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाता है।इसके अलावा यह भिन्नभिन्न प्लेटफार्म पर चलता है। लिनक्स फिनलैंड में हेलसिंकी विश्वविद्यालय के Linux Torvalds के द्वारा बनाया गया था। Linux का पहला वर्जन 1991 के आखिरमें जारी किया गया था।

निष्कर्ष –

इस पोस्ट के ज़रिए हमने कम्प्यूटर के सबसे ज़रूरी हिस्से यानी की Operating System के बारे में जाना। अब आपको इतनी तो जानकारी हो चुकी है। जिससे अगर कोई व्यक्ति आपसे कम्प्यूटर Operating System के बारे में जानकारी लेना चाहेगा। आप बेझिझिक होकर उनके सवालों का जवाब दे सकते है।

साथ ही बता दे की वर्तमान में पावरफ़ुल ऑपरेटिंग सिस्टम आ चुके है। जैसे की MacOS जो कि काफ़ी पावरफ़ुल Operating System बन चुका है। जिसके बारे में हम अलग पोस्ट में ज़ानेगे।

हमें उम्मीद है कि आपको हमारी Opearating System क्या है? पोस्ट पसंद आई होगी। अगर आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आई तो हमें नीचे कमेंट के करके अवश्य बताए। इस पोस्ट को अपने दोस्तों में ज़रूर शेयर करें।

मेरा नाम Abhishek है। इस ब्लॉग का संस्थापक और लेखक हूं। मै Yoabby.com पर सभी आर्टिकल को हिंदी भाषा में लिखता हूं। मुझे लिखने का बहुत पहले से ही शौक था। ब्लॉगिंग के द्वारा मैं अपने शौक को भी पूरा कर रहा हूं। और साथ ही YoAbby.com पर आए लोगों को टेक्नोलॉजी के बारे में हिंदी भाषा में आर्टिकल उपलब्ध करवा रहा हूं।

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