Micro Niche क्या है? अपना Micro Niche Blog कैसे बनाएँ? (8 Best Tips)

हैलो दोस्तों, आज का यह हमारा लेख Blog Niche से संबंधित है। जिसमें हम जानेंगे कि Micro Niche क्या है? और कम समय में ज्यादा कमाई करने वाला अपना Micro Niche Blog कैसे बनाएँ?

आजकल लगभग सभी जगह चाहे ब्लॉग हो या यूट्यूब हर जगह ब्लॉगिंग फील्ड में Micro Niche शब्द का काफी ज्यादा जिक्र है। जिसके चलते हर नया ब्लॉगर Micro Niche के बारे में जानना चाहता है।

बता दें कि Micro Niche आधारित ब्लॉग पर ज्यादा कमाई करने के चलते पुराने और नए ब्लॉगर अपनी Niche Blog के साथ-साथ Micro Niche Blog बनाकर Affiliate Program और विज्ञापन के जरिए आम General Blog लोग से ज्यादा कमाई करते हैं।

General Blog के मुकाबले एक Best Micro Niche की रिसर्च करना काफी मुश्किल है। क्यूँकि इसमें सारा खेल एक Profitable Micro Niche ढूंढने का ही है।

अगर आप ऐसी Profitable Micro Niche Topic ढूंढ लेते हैं तो आप कम ब्लॉग पोस्ट लिखने पर से भी ज्यादा कमाई करेंगे।

ख़ैर, हम आपको इस लेख के माध्यम से Micro Niche Blog कैसे बनाएं?, माइक्रो निश ब्लॉगिंग कैसे शुरू करें? और कैसे आप अपने ब्लॉग के लिए Profitable Micro Niche चुनें? समेत तमाम जानकारी Micro Niche के बारे में जानेंगे।

इसके अलावा माइक्रो निश ब्लॉग पर आर्टिकल कैसे लिखें और Best Micro Niche Ideas भी हम आपको देंगे।

तो चलिए दोस्तों Micro Niche से संबंधित इस लेख की शुरुआत करते हैं। जहां हम आपको यकीन दिलाते हैं कि Micro Niche से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी आपको इस लेख में मिलेगी।

आपसे विनम्र प्रार्थना है कि इस लेख को अंत तक पढ़े ताकि Blogging Niche से संबंधित कोई जानकारी आपसे ना छूँटे।

सामग्री की तालिका::

Blog Niche क्या होती है?

Niche का मतलब ऐसा खास टॉपिक होता है। जिस पर आपका पूरा ब्लॉग बना होता है। हर तरह के बिजनेस को शुरू करने से पहले खास टॉपिक या आईडिया खोजना पड़ता है। जिस पर पूरा बिजनेस आधारित होता है।

जैसे किसी बिज़नेस उद्देश्य से देखे तो ‘कार’ पर कोई कंपनी नया बिजनेस शुरू कर करती है। जिस पर “कार संबंधित” प्रॉडक्ट्स या ‘कार’ के बारे में ही वह पूरा बिजनेस मॉडल बना होता है।

ऐसे में उस बिजनेस की खास ‘Niche’ कार है। यानि लोग ऐसी कंपनी से सिर्फ ‘कार’ खरीदने जाएंगे और ‘कार संबंधी’ जानकारी पाने के लिए ठीक इसी तरह, ब्लॉगिंग में भी एक नए ब्लॉग के लिए खास Niche का चयन करना पड़ता है।

जिससे चुनी गई Blog Niche से संबंधित लेख पढ़ने ब्लॉग पर ऑडियंस आएगी। जैसे कि किसी ब्लॉग पर ‘Technology’ से संबंधित लेख लिखे जाते हैं। यानि की उस ब्लॉग कि निश ‘टेक्नोलॉजी’ है। ठीक इसी प्रकार आप अलग-अलग Niche पर ब्लॉग बना सकते है।

ब्लॉग कई प्रकार की Niche पर बने होते है। जैसे: Multi Niche Blog, Single Niche Blog और Micro Niche Blog जिसके बारे में हम इस लेख में जानकारी दे रहे है।

हमने Blog Niche पर भी लेख लिखे है। आप यहां क्लिक करके लेख को पढ़ सकते है:

Micro Niche का हिंदी मतलब क्या है?

Micro का हिंदी अर्थ “छोटा या कम पैमाने पर” होता है और Niche का मतलब “अनुकूल या उपयुक्त” यानी कि Micro Niche Blog ऐसे टॉपिक के बारे में ब्लॉग्स लिखे जाते हैं। जिन पर ट्रैफिक कम हो। परंतु कमाई ज्यादा हो।

बता दें कि Micro Niche Blogs के लिए अलग-अलग ब्लॉगर्स कि कईं अलग परिभाषाएं हैं खुद के विचार हैं। जो एकदम सही भी है। कैसे आइए जानते है।

Micro Niche क्या है?

Micro niche blog kya hai

आसान भाषा में, Micro Niche का मतलब ऐसे टॉपिक जिस पर ट्रैफिक ज्यादा हो। परंतु ज्यादा लोगों ने ऐसे विषय पर काम ना किया हो।जिस वजह से कंपटीशन कम होने के चलते ऐसे ब्लॉग से ज्यादा कमाई की जाती है।

तो वही Micro Niche Blogs पर किसी टॉपिक की गहरी रिसर्च कर उसे अलग-अलग भागों में बांट कर किसी एक विषय को चुनकर काम किया जाता है। जिससे वह चुना गया खास विषय या टॉपिक हमारे ब्लॉग की “Micro Niche” कहलाता है।

उदाहरण के लिए: एक Single Niche Blog पर ‘टेक्नोलॉजी’ के बारे में एक ही विषय पर लेख लिखे जाते हैं। परंतु Micro Niche में ‘टेक्नोलॉजी’ टॉपिक पर गहरी रिसर्च कर इससे संबंधित ऐसे खास विषय (टॉपिक) को खोजना पड़ता है। जिस पर ट्रैफिक ज्यादा हो कंपटीशन बेहद कम।

जैसे: Smartphones Skins, VR Box, Home Theater, Air Purifiers, Smart Alarms. यह टेक्नोलॉजी से संबंधित ऐसी Micro Niche Topics है। जिस पर बहुत कम ब्लॉग्स पर इन टॉपिक्स के बारे में लिखा गया है। अर्थात ज्यादा कमाई है।

ठीक इसी तरह अलग-अलग खास टॉपिक की तह तक जाकर किसी एक टॉपिक पर माइक्रो निश ब्लॉग बनाना कम समय में कम लेख होने के बावजूद भी Single Niche और Multi Niche Blogs से ज्यादा कमाई करके देता है।

बता दें कि Micro Niche Blogs को ब्लॉगर अलग-अलग नजरिए से देखते हैं। जैसे कई ऐसे टॉपिक होते हैं जिस पर Search Volume बहुत कम होती है। परंतु कमाई ज्यादा होती है। ऐसे टॉपिक्स भी Micro Niche में ही आते हैं।

सर्च वॉल्यूम कम और कमाई ज्यादा होने का मतलब है कि ऐसे टॉपिक पर CPC (Cost Per Click) ज्यादा मिलती है। जिसका मूल कारण है ऐसे टॉपिक पर इंटरनेट पर बहुत कम जानकारी होती है। ऐसे में कंपनी से अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग के लिए High CPC उस प्रोडक्ट से संबंधित Keywords पर देती है।

जिससे अगर कोई ब्लॉगर Micro Niche Topics पर काम करता है तो उसे ज्यादा कमाई होती है। और साथ ही Affiliate Program के ज़रिए भी अलग से कमाई होती है।

🌈Tips: Micro Niche Topics पर एक ही खास टॉपिक या विषय के बारे में लेख लिखने होते हैं। जैसे: आप ‘Air Purifier’ के बारे में ब्लॉग बनाया है तो इसी टॉपिक से संबंधित मिलती-जुलती कैटेगरी बनाएं। जिससे सर्च इंजन बेहद कम समय में ऐसे ब्लॉग को रैंक करता है। साथ ही ब्लॉग रीडर्स के लिए भी यह सही है।

🌈Tips: अगर आपको ऐसा कोई Micro Niche Topic Idea मिलता है। जिस पर ट्रैफिक बेहद ज़्यादा हो और Low Competition हो तो उसपर जल्दी से काम शुरू करें और उसे किसी के साथ शेयर ना करें। ज्यादा लोगों के पता होने से वह Micro Niche में न रहकर Single या Multi Niche Blog में बदल सकता है।

Micro Niche ब्लॉग शुरू करने के लिए क्या Skill चाहिए?

ब्लॉग शुरू करने से पहले ध्यान दें की ब्लॉगिंग में हर कोई सफलता हासिल नहीं करता। जिसका मुख्य कारण है: जल्दबाजी

जी हां, आसपास के लोगों के द्वारा ब्लॉगिंग शुरू किए जाने और ज्यादा झूठा प्रचार होने के चलते ज्यादातर नये ब्लॉगर जल्दबाज़ी कर बिना किसी जानकारी के ब्लॉगिंग शुरू कर देते है और जल्दी ही ब्लॉगिंग में असफल हो जाते हैं।

इसलिए सबसे पहले थोड़ा बहुत Blogging और SEO के बारे में जानें। तकरीबन एक महीना इन दो चीजों के बारे में जानें

तो वहीं Micro Niche Blog के लिए भी यही दो चीजें पता होनी बेहद जरूरी है। जिसका मुख्य कारण है ऐसे Niche Idea को ढूंढना जो दूसरे ब्लॉगर्स की पहुँच से दूर हो और ऐसा Micro Niche Ideas सिर्फ़ Keyword Research के माध्यम से ही मिलता है।

जो नये ब्लॉगर्स जल्दबाज़ी के चलते सिख नहीं पाते। इसलिए Micro Niche Blog शुरू करने के लिए Blog क्या है? और ब्लॉगिंग कैसे शुरू करें के बारे में और SEO (सर्च इंजन ऑप्टिमाइज़ेशन) के बारे में अवश्य जाने और सीखें।

यूट्यूब और इंटरनेट पर मोज़ूद ब्लॉग्स से आप यह चीजें आसानी से बिल्कुल फ्री में सिख सकेंगे।

अपना Micro Niche Blog कैसे बनाएँ?

अपना Single Niche Blog कैसे बनाएँ?

नए ब्लॉगर के लिए शुरू से ही Micro Niche Blog बनाना थोड़ा मुश्किल काम होता है। जिसका कारण होता है शुरुआती ब्लॉगर्स को ब्लॉगिंग के बारे में ज्यादा जानकारी ना होना।

अक्सर वह ब्लॉगर Micro Niche पर ब्लॉग बनाते हैं। जिनको ब्लॉगिंग में 2 वर्ष से ज्यादा का अनुभव होता है। जिससे उन्हें Niche Keyword Research की गहरी जानकारी हो चुकी होती है।

तो वहीं नए ब्लॉगर कम समय में ज्यादा कमाई करने जैसी बातें सुनकर लालच में पड़कर Micro Niche Blogging की शुरुआत करते हैं। जो बिल्कुल भी सही नहीं है।

अगर आपको Micro Niche Keyword Research के बारे में जानकारी नहीं है तो आप ऐसा ब्लॉग कभी नहीं बना सकोगे। क्योंकि किसी भी तरह का ब्लॉग हो सभी में सारा खेल Niche Selection के इर्द-गिर्द ही घूमता है।

आइए जानते हैं कि अपना Micro Niche Blog बनाने के लिए किन जरूरी बातों का ध्यान आपको रखना है। हालांकि जो बातें हम Micro Niche Blog बनाने संबंधी बताने जा रहे हैं। वह हर तरह के Niche Blog के लिए भी सही है।

परंतु एक Micro Niche Blogging में इनको किस तरह से चुनना है और उपयोग करना है। जरूरी जानकारी आप जरूर समझे।

Micro Niche Blog बनाने संबंधी ध्यान देने योग्य ज़रूरी बातें:

  1. Micro niche से संबंधित नाम का चयन
  2. Blog Name के लिए .Com डोमेन चुनें
  3. वेब होस्टिंग ख़रीदें
  4. Web Hosting के ज़रिए WordPress Install करें
  5. ब्लॉग के लिये WordPress Theme चुनें
  6. Best WordPress Plugin चुनें
  7. चुनी गई WordPress Theme का Setup करें
  8. ब्लॉग पोस्ट लिखना शुरू करें

1. Micro niche से संबंधित नाम का चयन

चाहे कोई भी किसी तरह का बिज़नेस हो Unique Name का चयन करना सबसे पहला और ज़रूरी पड़ाव होता है। Micro Niche ब्लॉग्स के लिए सिर्फ़ उसी चुनी गई Niche के आधार पर ही Blog Name का चयन करें।

जैसे आपने ‘Smartphone Skins’ टॉपिक को चुना। ध्यान रहे ब्लॉग के नाम में भी ‘Smartphone’ या ‘Skins’ संबंधित की-वर्ड आने चाहिए। जिससे गूगल Micro Niche Blog को नाम के अनुसार उसी Niche Category के आधार पर कम समय में High Ranking प्रदान करता है।

साथ ही Micro Niche Blogs के लिए नाम इस तरह भी रखे रखे की उसमे कम शब्द हो और आसानी से पाठकों को भी याद रहे। Social Media पर आसानी से Username मिल सके।

Micro Niche से संबंधित नाम के सही चयन से गूगल और ब्लॉग विज़िटर्स जान पाते है कि वह ब्लॉग किस केटेगरी या टॉपिक्स से संबंधित है। यही कारण है की Micro Niche Blogs कम समय में ज़्यादा रैंकिंग के चलते अच्छी कमाई कर पाते है।

2. Blog Name के लिए .Com डोमेन चुनें

Micro Niche Blog एक बार बना लेने के बाद काफी लंबे समय तक कमाई देते हैं। जब तक ऐसे टॉपिक पर ज्यादा लोग काम करना शुरू ना कर दें। इसलिए Blog Name चुने लेने के बाद .Com डोमेन ही चुने। साथ ही किसी देश के ट्रैफिक अनुसार आप किस भाषा में Micro Niche Blog बनाएंगे।

उसके लिए भी .Com डोमेन खरीदना सही है जैसा कि आप जानते ही होंगे कि .Com डोमेन की Reach Worldwide होती है। साथ ही .Com डोमेन वाली वेबसाइट या ब्लॉग पर विज़िटर्स सबसे ज्यादा भरोसा करते हैं।

किसी भी Domain Site से आप अपने ब्लॉग नेम के आधार पर .Com डोमेन का चयन कर सकते हैं। सस्ते डोमेन की तरफ ना जाए Micro Niche Blog पर आप इसे वन टाइम इन्वेस्टमेंट की तरह लें।

3. वेब होस्टिंग ख़रीदें

Micro Niche Blog किसी खास देश में ज्यादा सर्च किए जाने वाले कीवर्ड्स पर रिसर्च करके बनाए जाते हैं। ऐसे में अच्छी वेब होस्टिंग खरीदना जरूरी है।

साथ ही वेब होस्टिंग खरीदने के बाद आप टारगेट कंट्री के हिसाब से Server सेट करें। जिससे उस कंट्री में Server Speed तेज होगी और आपके Blog की Page-loading Speed तेज होगी। विजिटर्स को Page Surfing करने में समस्या नहीं होगी।

4. Web Hosting के ज़रिए WordPress Install करें

Web Hosting खरीद लेने के बाद अगला काम अपने डोमेन और होस्टिंग के जरिए वर्डप्रेस इंस्टॉल करना है। CPanel और HPanel जैसे वेबसाइट मैनेजमेंट प्लेटफार्म में से किसी एक प्लेटफार्म को चुनकर आवश्यक वर्डप्रेस सेटिंग्स कर सकते हैं।

आपने किस होस्टिंग कंपनी से होस्टिंग Purchase की है यह मैनेजमेंट प्लेटफार्म उस बात पर निर्भर करते हैं। बता दें कि HPanel Site Management Plateform पर आसानी से Site Manage की जा सकती है।

वर्डप्रेस ही ब्लॉगिंग का एकमात्र बेस्ट प्लेटफॉर्म है जिस पर 60 मिलियंस से ज़्यादा ब्लॉग्स बनाए जा चुके हैं। इसलिए अपने ब्लॉगिंग करियर की शुरुआत वर्डप्रेस से ही करें।

5. ब्लॉग के लिये WordPress Theme चुनें

आमतौर पर Micro Niche पर बने ब्लॉग पर कंटेंट सीमित संख्या में लिखा जाता है। जिसका कारण है एसे टॉपिक्स पर कंटेंट आइडियाज की कमी होती है।

इसलिए एक बार ही Fast Loading WordPress Theme को चुनें। जिससे विजिटर्स को आर्टिकल पढ़ने में कोई परेशानी ना हो। साथ ही बता दे कि हमेशा ऐसी Theme का चयन करें। जो Lightweight, Fast Loading और Mobile Responsive हो।

जो लगभग हर तरह की डिवाइस में सही से Load हो सके। Theme Design जितना सिंपल होगा। उतना ज्यादा विजिटर्स ब्लॉग को पढ़ना पसंद करते हैं। साथ ही गूगल भी Simple Theme Design पर ज्यादा फोकस दिखाता है। हल्के रंगों का उपयोग ही Theme Designing में करें।

6. Best WordPress Plugin चुनें

Micro Niche Blog पर ज्यादा plug-ins को इंस्टॉल करने की जरूरत नहीं पड़ती। क्योंकि आमतौर पर ऐसे ब्लॉग को ना तो सोशल मीडिया पर शेयर किया जाता है और ना ही इनके लिए अलग से अकाउंट से बनाए जाते हैं।

ऐसे ब्लॉग्स को जितना ज्यादा हो कंपटीशन से दूर रखना चाहिए। परंतु अगर आप WordPress Plugins चुनते हैं तो ध्यान में रखें कि Micro Niche Blog के लिए 7 प्लगइन से ज्यादा प्लगिंस इंस्टॉल ना करें।

ज्यादा plug-ins होने से Page Speed पर असर पड़ता है। अर्थात वर्डप्रेस होस्टिंग सर्वर की स्पीड में कमी आती है। ज्यादा Heavy Plugin का उपयोग ना करें।

7. चुनी गई WordPress Theme का Setup करें

किसी भी Theme को Customize करना जिससे यूजर बिना किसी परेशानी के ब्लॉग कंटेंट को पढ़ सके। Theme Customization में सबसे पहले ध्यान देने योग्य चीज है।

Typography जिसमें Blog के लिए कौन सा Font चुनना है। Font का आकार, ज्यादा छोटे या ज्यादा बड़े अक्षर ब्लॉग रीडर्स को ना लगे।Headings का Size क्या होना चाहिए? जैसी जरूरी बातें ध्यान देने योग्य है।

साथ ही हर ब्लॉग का अपना Color Selection होता है। जो दूसरे ब्लॉग से उसे यूनिक बनाता है। ठीक इसी तरह आपके ब्लॉग के लिए Theme Colour को चुनें। जिससे रीडर्स का ध्यान ब्लॉग्स पढ़ने में लगे।

इसके अलावा यह जरूर ध्यान रखें कि अपने ब्लॉग के लिए Logo Design भी करें। जिसे एक Branding के तौर पर आप उपयोग कर सकें।

Theme Setup हो या कंटेंट लिखना आप यह सब बदलाव सिर्फ ब्लॉग विजिटर्स के लिए ही कर रहे हैं। इसलिए रीडर्स को कैसी चीज एक ब्लॉग में पसंद आती है। उन चीजों पर रिसर्च करके ही Theme Setup करें।

8. ब्लॉग पोस्ट लिखना शुरू करें

जैसे कि हमने आपको ऊपर बताया कि Micro Niche आधारित ब्लॉग पर Content Ideas की कमी होती है। इसलिए Micro Niche Topics ढूंढ लेने के बाद आप जितना ज्यादा कंटेंट लिखेंगे। उतना ज्यादा जल्दी फायदा ब्लॉग को होगा।

जिसका कारण है कि मान लीजिए आपने “Home Theatre” से नामक Micro Niche पर ब्लॉग बनाया। अब आप यह जानते हैं कि Home Theatre से संबंधित ही कैटेगरी बनानी होगी। एक ही टॉपिक पर आर्टिकल लिखने होंगे।

ऐसे में आप ‘Home Theatre’ टॉपिक से जुड़े हर टॉपिक पर आर्टिकल लिखेंगे। ऐसे में आप सिर्फ एक ही टॉपिक पर तीन या चार महीने के बीच ज्यादा टॉपिक्स कवर कर सकते हैं।

इसी कारण से प्रोफेशनल ब्लॉगर एक Niche Blog बना लेने के बाद Micro Niche Topics पर रिसर्च कर ब्लॉग बनाते हैं और 5 या 6 महीनों तक काम करने पर ज्यादा अर्निंग से ब्लॉग से करते हैं।

जिस वजह से Micro Niche Blog को कम मेहनत व कम समय में ज्यादा कमाई करने वाले ब्लॉग्स कहा गया है।

ब्लॉग बनाने संबंधी अन्य लेख:

Micro Niche पर ब्लॉग बनाना क्यों ज़रूरी है?

वर्तमान में ब्लॉगिंग में सबसे ज्यादा कंपटीशन है और आने वाले कुछ ही वर्षों में यह इससे भी ज़्यादा होगा। तो वही एकमात्र टॉपिक्स जो अभी कंपटीशन से बचे हुए हैं। वह Micro Niche Topic Ideas ही है। इसलिए ऐसे टॉपिक पर ब्लॉग बनाकर General Blog के मुकाबले कम समय में ज्यादा कमाई की जा सकती है।

इसके अलावा Micro Niche में किसी एक ‘Micro Topics‘ के बारे में आर्टिकल लिखे जाते हैं। जिसको गूगल लगभग 1 महीने के अंदर ही High Ranking और High Traffic देना शुरू कर देता है। जबकि दूसरी Niche Blog पर बने ब्लॉग में ज्यादा समय रैंकिंग पाने में लगता है।

साथ ही Micro Niche टॉपिक पर कंपटीशन ना के बराबर होता है। कम Domain Authority वाले ब्लॉग भी आसानी से रैंक करे जाते हैं। कंपटीशन कम होने का कारण लोगों ने ऐसे टॉपिक्स के बारे में विशेष ब्लॉग बनाकर उस पर जानकारी नहीं दी है।

ब्लॉग्स बेहद कम संख्या में लिखे गए हैं। जिससे Micro Niche Blog बनाना सही है। ज्यादा कमाई होती है। जैसे कि आप जानते ही हैं कि Micro Niche पर एक ही टॉपिक के बारे में लिखा जाता है। ऐसे में ज्यादा ट्रैफिक हो या कम ट्रैफिक। आप विज्ञापन और एफ़िलिएट प्रोग्राम के जरिए ज्यादा कमाई कर सकते हैं।

Micro Niche ब्लॉगिंग कैसे शुरू करें?

आमतौर पर Micro Niche ब्लॉग ज्यादातर प्रोफेशनल ब्लॉगर्स के द्वारा बनाए जाते हैं। क्योंकि उन्हें एक नए लोगों को कैसे Rank करना है।क्या रणनीति इसके लिए बनानी होती है? सभी जरूरी बातों का पहले से ज्ञान होता है।

जबकि एक नए ब्लॉगर के लिए सभी चीजें नईं होती है। प्रोफेशनल ब्लॉगर Micro Niche Blogging को शुरू करने से पहले सभी जरूरी बातों को ध्यान में रखते हैं। जिसके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं।

ध्यान रहे: एक नया ब्लॉग बनाने के लिए पैसा लगता है। जिसमें Hosting, Domain जैसी चीजों को खरीदना पड़ता है। परंतु एक Micro Niche ब्लॉग शुरू करने में आपके Unique Ideas, ब्लॉग की रूपरेखा जो आप अपने ब्लॉग को सफल बनाने के लिए सोचेंगे। हर जरूरी बात को ब्लॉग में अप्लाई करना होगा।

Micro Niche ब्लॉगिंग को शुरू करने संबंधित ज़रूरी बातें:

  1. ब्लॉग का नाम और डोमेन चुनें
  2. Micro Niche से संबंधित Categories बनाएँ
  3. अपने Micro Niche Blog का भविष्य सोचें
  4. किन तरीक़ों से Blog Monetize करेंगे
  5. Micro Niche Keyword को खोजें
  6. Micro Niche से संबंधित Category पर ध्यान दें

1. ब्लॉग का नाम और डोमेन चुनें

किसी भी नए ब्लॉग के लिए सबसे पहले Niche Keyword को चुनें। यह कीवर्ड आपके द्वारा चुनी गई Micro Niche के आधार पर चुना जाएगा। जैसे: “Air Purifier” इसी नाम से ब्लॉग का नाम और डोमेन चुनना।

सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) के नजरिए से बेहद फायदेमंद है। जिससे एक गूगल और पाठकों को सीधा संकेत मिलता है कि आपका ब्लॉग किस Micro Niche Topic से संबंधित है। जिससे सर्च इंजन रैंकिंग पॉज़िशन (SERP) में आपके लिखे ब्लॉग्स को पहले पेज पर रैंकिंग मिलती है।

2. Micro Niche से संबंधित Categories बनाएँ

हर नए ब्लॉग के लिए Categories बनाना जरूरी है। जिसे आप अपने टॉपिक के अनुसार अलग-अलग कैटेगरी बनाएंगे। उदाहरण के लिए “Smart Wearable Technology” माइक्रो निश टॉपिक को लेते हैं।

अब आप ऐसे में Smart Wearable Technology से मिलती-जुलती कैटेगरी बना सकते हैं। जैसे: Smart Watch, Smart Fitness Wearables इस तरह से ब्लॉग पर आए विजिटर्स उन कैटेगरी पर लिखे आर्टिकल्स को भी पड़ेंगे।

जिससे Content Ideas की कमी नहीं होगी। एक ही Micro Niche Topic Idea से आप ज्यादा कमाई कर सकेंगे।

3. अपने Micro Niche Blog का भविष्य सोचें

हर एक नया ब्लॉगर या फिर प्रोफेशनल ब्लॉगर अपना ब्लॉग बनाने से पहले उसके भविष्य में क्या कुछ नए बदलाव करने हैं? समेत सभी चीजें पहले ही ध्यान में रखते हैं।

ठीक इसी प्रकार माइक्रो निश ब्लॉग में भी इसके भविष्य के बारे में सोचना होगा। जिससे अगर आपका Competitior आपसे ज्यादा ट्रैफिक लेता है तो आप उससे किस तरह Recover करेंगे।

ब्लॉग के लिए कैसे ‘बैकलिंक्स‘ बनाने होंगे। समय अनुसार ब्लॉग विजिटर्स की रुचि अनुसार Micro Niche Topic पर नए टॉपिक को जोड़ना। उन पर आर्टिकल लिखना जैसी बातें शामिल होंगी।

ध्यान में रखें कि आपने Unique Micro Niche Topic Idea को चुना है। उस टॉपिक पर कोई दूसरा ब्लॉगर ब्लॉग बनाकर सारा ट्रैफिक ना ले जाए। समय-समय पर नये Keyword पर काम करते रहे। जो आपके टॉपिक से संबंधित हो।

4. किन तरीक़ों से Blog Monetize करेंगे

Micro Niche Blog के लिए Advertisement, Affiliates Sales के जरिए कमाई करना फायदेमंद माना जाता है। परंतु यह आप पर निर्भर है कि आप किस तरीके से अपने ब्लॉग को Monetize करेंगे।

Micro Niche Topic Idea चुनते वक्त हमेशा ध्यान में रखें कि उस टॉपिक से संबंधित कीवर्ड रिसर्च जरूर करें। साथ ही उस टॉपिक से संबंधित आप Affiliate Program को Join कर या फिर Product Selling कर कमाई कर सकते हैं या नहीं।

Keyword Research से आपको उस खास टॉपिक पर Search Volume और CPC कितनी मिल रही है। जैसी जरूरी चीजों को पता कर सकेंगे और Affiliate Program होने पर आप विज्ञापन के बिना भी ब्लॉग से ज़्यादा कमाई कर सकेंगे।

Micro Niche ब्लॉग में Google Adsense, Sponsored Posts, Affiliate Marketing, Guest Post और Products Selling or Services के माध्यम से कमाई कर सकते है।

अब यह आपको देखना है कि आपका चुना गया Micro Niche Topic इनमें से किस तरीके तरीके से मेलजोल खाता है। उस तरीके को चुने और अपने ब्लॉग को Monetize करें।

5. Micro Niche Keyword को खोजें

ब्लॉग के लिए चुनी गई Micro Niche ही एक ‘Keyword’ है। जो SEO के हिसाब से ज्यादा फायदा आपके ब्लॉग को देगी। उदाहरण के हिसाब से देखें जैसे: आपने कीवर्ड रिसर्च कर Micro Niche Topic को खोजा। जैसे “VR Box” वह टॉपिक है।

अब यही आपके ब्लॉग का कीवर्ड भी होगा। जिस पर सर्च वॉल्यूम भी ज्यादा होगी और ब्लॉग की हर पोस्ट में यह Main Keyword उपयोग होगा।

जिससे गूगल रैंकिंग एल्गोरिदम को ‘VR Box’ कीवर्ड पर ब्लॉग को रैंक करवाने का सिग्नल जाएगा। ठीक इसी प्रकार आपको Micro Niche Keyword खोजने हैं। जो ब्लॉग में उपयोग हो सकें। यह चुनी गई Niche संबंधित हो सकते हैं।

6. Micro Niche से संबंधित Category पर ध्यान दें

गूगल ऐडसेंस विज्ञापन से कमाई करने के लिए Micro Niche ब्लॉग या General Blog सभी में Niche से संबंधित कैटेगरी बनाना जरूरी है। जिसे रीडर्स Niche से संबंधित अलग-अलग कैटेगरी में लेख को पढ़ सके।

साथ ही अगर आपको Micro Niche पर Content Ideas की कमी है तो नई कैटेगरी जोड़ कर उस पर कंटेंट लिख सकते हैं। परंतु ध्यान दें कि Categories आपके ब्लॉग की Niche से संबंधित हो।

जिससे Link Building की जा सके Micro Niche ब्लॉग के लिए 4 कैटेगरी जरूर होनी चाहिए।

Micro Niche Blog पर आर्टिकल कैसे लिखें?

जैसे कि आप जानते हैं कि Micro Niche Blogs पर किसी Niche को चुनकर उस Niche की भी Sub-Niche को चुनकर आर्टिकल लिखे जाते हैं।

समझे नहीं? आइए समझते हैं: जैसे ‘Technology’ एक Niche है और Technology में हर तरह के टॉपिक आते हैं। चाहे वह Smartphone, Play Stations, Air Purifiers, VR Box सभी टेक्नोलॉजी ही है। परंतु हम “Technology Niche” में से भी किसी Sub-Niche को चुनेंगे।

जैसे “Air Purifiers” अब यह “Technology Niche” की Sub-Niche है। यानी कि यह हमारे ब्लॉग के लिए Micro Niche Topic है।

Micro Niche ब्लॉग पर आर्टिकल लिखना बाकी दूसरे तरह के ब्लॉग पर लिखने के मुकाबले काफी अलग है। क्योंकि यह वह Topics होते हैं। जिस पर Content Ideas बेहद कम होते हैं।

मुश्किल से ऐसे ब्लॉग पर 50 से 60 पोस्ट ही लिखे जाते हैं। परंतु कमाई और ट्रैफिक जल्दी आता है। इसलिए Micro Niche पर ब्लॉग लिखना एक Strategy (रणनीति) के तहत कार्य करता है।

अब हम आपको Micro Niche Blog पर आर्टिकल कैसे लिखें? से जुड़ी हर जानकारी बताएंगे। नीचे दिए गए हर तरीके को अपने ब्लॉग में अप्लाई जरूर करें।

Micro Niche ब्लॉग पर आर्टिकल लिखते समय ध्यान देने योग्य ज़रूरी बातें:

  1. Niche Topic पर की-वर्ड रिसर्च करें
  2. Topic की रूप-रेखा तैयार करें
  3. आकर्षक Headline को चुनें
  4. High Quality कंटेंट लिखें
  5. आर्टिकल्स में Rich Media (Images,Videos) का उपयोग करें
  6. On-Page Seo करें
  7. Spellings Error को सही करें
  8. ब्लॉग विज़िटर्स की कमेंट पर ध्यान दें

1. Niche Topic पर की-वर्ड रिसर्च करें

Micro Niche Blog के लिए कीवर्ड रिसर्च करना सबसे पहली प्राथमिकता होती है। दरअसल Micro Niche आधारित ब्लॉग कीवर्ड रिसर्च पर निर्भर होते हैं। जिसका कारण है कि जितनी ज्यादा कीवर्ड रिसर्च कर आर्टिकल लिखेंगे। उतने ज्यादा आर्टिकल्स Index होगी।

कम आर्टिकल में जल्दी हाई ट्रैफिक के साथ अच्छी कमाई कर सकेंगे। प्रोफेशनल ब्लॉगर पहले ऐसे टॉपिक को चुनते हैं। जिस पर उनकी समझ हो उन्होंने उस टॉपिक के बारे में पहले कहीं सुना हो। जिसके बाद वह Keyword Research करते हैं।

कीवर्ड रिसर्च में Search Volume, Keyword CPC, Topic Trend, Facts और क्या कुछ नए बदलाव टॉपिक से संबंधित हुए हैं। जैसी जरूरी चीजें ध्यान में रखी जाती हैं।

इसके अलावा अपने टॉपिक से संबंधित ज्यादा जानकारी को अपने आर्टिकल में जोड़ने के लिए दूसरे ब्लॉग्स को भी पढ़ें। जिससे आप अपने ब्लॉग विजिटर्स कोई Unique High Quality Content उपलब्ध करा सकें।

2. Topic की रूप-रेखा तैयार करें

नए ब्लॉगर अक्सर नया ब्लॉग शुरू करते ही कंटेंट डालना शुरू कर देते हैं। जिसमें वह जल्द ही जान जाते हैं कि ब्लॉगिंग में वह सफल नहीं होंगे।

जिसका कारण है कंटेंट को एक रणनीति (Strategy) के तहत ना तैयार करना। जबकि Micro Niche में तो Content Ideas की कमी होती है और बिना Content Plan के काम करना Micro Niche Blogging में असफलता तो नहीं परंतु ज्यादा ट्रैफिक ब्लॉग पर आने के कम चांस हो जाते हैं।

Micro Niche के लिए आर्टिकल लिखते वक्त आर्टिकल के टॉपिक से संबंधित हर छोटी-बड़ी जानकारी नोट कर ले। जिसको आप बाद में Analyze करें कि ऑडियंस किस Keywords या Questions को सर्च कर रही है।

साथ ही आप अपने ब्लॉग में किन की-वर्ड का उपयोग करेंगे, कौन सी Images का उपयोग करेंगे और किन Content Sources का उपयोग करेंगे। जैसी बातें नोट करनी होंगी।

हमेशा ध्यान में रखें कि Micro Niche ब्लॉग से आप एफिलिएट प्रोग्राम या प्रोडक्ट सेलिंग के जरिए भी कमाई करेंगे। इसलिए कंटेंट को एफिलिएट मार्केटिंग के हिसाब से लिखना भी जरूरी है।

जिससे विजिटर्स को आपकी रिसर्च के आधार पर अपनी सभी सवालों का जवाब मिले और वह आपके ब्लॉग से ही सर्विस ले।

3. आकर्षक Headline को चुनें

एक आर्टिकल के लिए उसकी Headline ही ब्लॉग पर ज्यादा ट्रैफिक लाने के लिए जिम्मेदार होती है। इसलिए इसे आकर्षक बनाना बेहद जरूरी है।

ध्यान दें कि यदि आप ऐसी Headline आर्टिकल के लिए बनाएंगे। जो विजिटर्स को आपके आर्टिकल पर क्लिक करने को लेकर मजबूर करें। तो इससे आपके Page का CTR (Click Through Rate) बढ़ता है।

CTR (Click Through Rate) का मतलब है कि आपके आर्टिकल पर कितने प्रतिशत लोगों ने क्लिक किया। अपने आर्टिकल की Attractive Headline बनाने के लिए उसमें Power Word का इस्तेमाल कर सकते हैं।

जैसे “How to write Article (5 Best Tips) यहां पर “Best” एक Power Word है। जिससे यूजर को Headline पढ़ने के बाद Positive Signal जाता है। वह क्लिक जरूर करेगा।

इसके अलावा एक Perfect Headline बनाने के लिए आप Number का अवश्य इस्तेमाल करें। जिससे गूगल को अच्छा रैंकिंग सिग्नल जाता है। साथ ही यूजर भी जल्दी से “5 Tips” जानने के लिए आर्टिकल्स पर विजिट करता है।

SEO के अनुसार आप जिस Micro Niche Topic टॉपिक पर आर्टिकल लिख रहे हैं। उसका Specific Keyword अपनी Headline में जरूर ऐड करें।

साथ ही जो जानकारी आप आर्टिकल में देंगे। वही आपके ब्लॉग की Headline में हो तो गूगल ऐसे आर्टिकल्स को Spam Content में न गिन कर High-ranking प्रदान करता है।

Micro Niche Blog के लिए आकर्षक हैडलाइन बनाने के आसान टिप्स:

  • Article Headline कम से कम 5-10 Words की होनी चाहिए।
  • Power Word का इस्तेमाल ज़रूर करें।
  • Same Keyword का दो बार उपयोग ना करें।
  • आर्टिकल हैडलाइन में Number का उपयोग करें।
  • Evergreen Keywords का उपयोग करें।

4. High Quality कंटेंट लिखें

Micro Niche Blog पर पहले 30 आर्टिकल पाठक के नजरिए से लिखें। जिसमें माइक्रो निश से संबंधित जिस भी टॉपिक को आपने आर्टिकल लिखने के लिए चुना है। उससे संबंधित रिसर्च आधारित जानकारी होनी चाहिए।

हाई क्वालिटी कंटेंट का मतलब है पाठक जिस सवाल का जवाब खोजने आया है। वह उसे ब्लॉग से मिला या नहीं। इसलिए ऐसा कंटेंट तैयार करें। जो पाठक की समस्या या सवाल का समाधान दें। जिससे वह आपके द्वारा लिखे आर्टिकल से संतुष्ट हो।

आसान भाषा और शब्दों का चयन करें। जिससे पाठक आसानी से सरल भाषा में चीजों को समझ पाए। इसके लिए जितना ज्यादा उपयोग अपनी खुद की बोलचाल की भाषा का उपयोग करेंगे। उतना ज्यादा पाठक ब्लॉग पोस्ट से Connect करेगा।

कई बार आप ऐसी Headline आर्टिकल के लिए चुन लेते हैं। जिसमें कोई सवाल हो। उस Headline को पढ़कर ही पाठक आपके आर्टिकल को पढ़ने आया है। जितना ज्यादा कम शब्दों में उस सवाल का जवाब आप दोगे। उतना ज्यादा यूजर पोस्ट पसंद करेंगे।

हाई क्वालिटी कंटेंट में सबसे खास और जरूरी बात है। यूजर का Author और Blog पर विश्वास करना। जिससे वह दोबारा भी ब्लॉग पढ़ने आए।

इसके लिए Theme Customisation में Author की “असली फोटोस” का ही उपयोग करें। और “About Us” पेज में अपने बारे में पूरी जानकारी दें। आपका ब्लॉगिंग में अनुभव और आपको क्या पसंद है जैसी बातें।

अक्सर नये ब्लॉगर यह जरूरी बातें छोड़ देते हैं। बता दें कि रीडर सबसे पहले किसी भी ब्लॉग को पढ़ता है तो सबसे पहले ‘About us’ पेज के माध्यम से ब्लॉग और लेखक के बारे में भी जानना चाहता है कि वह ‘Trustworthy’ भी है या नहीं।

5. आर्टिकल्स में Rich Media (Images,Videos) का उपयोग करें

क्या आप ऐसी किसी ब्लॉग पोस्ट को पढ़ना चाहेंगे। जिसमें कोई Images ही ना हो? ज़्यादातर रीडर्स पढ़ना पसंद नहीं करते। Seo Professionals आर्टिकल्स में Rich Media का उपयोग करने की सलाह देते हैं।

Rich Media यानी कि आर्टिकल्स में Video, Images, Gifs, Audio और Animation जैसे Visual का उपयोग करना। जिस भी तरह की पोस्ट हो। उस पोस्ट के लिए कौन सा विजुअल फॉर्मेट सही लगता है। उसे जरूर उपयोग करें।

जिस प्रकार वीडियोस में किसी जटिल कार्य को आसान तरीके से समझाने के लिए Animations का उपयोग करते हैं। ठीक इसी प्रकार ब्लॉग आर्टिकल में भी Video, Animation का या Image का उपयोग करें। जिससे यूजर को कंटेंट ज्यादा Engaging लगे।

6. On-Page Seo करें

Micro Niche Blog के लिए SEO करना ज्यादा जरूरी नहीं। जिसके कारण है गूगल खुद चाहता है कि ऐसे Micro Topic पर आर्टिकल लिखे जाएं और जितना ज्यादा जल्दी हो SERP (सर्च इंजन रैंकिंग पॉज़िशन) दी जाए।

जिसमें SEO करने की जरूरत नहीं होती। परंतु भविष्य के लिए ऐसे ब्लॉग में आर्टिकल लिखते On-Page SEO जरूर करें। जिससे लंबे समय तक आर्टिकल पुराना होने के बावजूद भी सर्च में रैंक करें।

Micro Niche ब्लॉग आर्टिकल्स का On-Page SEO करने के लिए उसके Keywords, Headers, Meta Titles, Description और Image पर खास रिसर्च करें। बेस्ट क्वालिटी कंटेंट ब्लॉग आर्टिकल लिखने के लिए यह चीजें बेहद जरूरी है।

आर्टिकल का On-Page SEO करने के लिए तीन बातों को हमेशा ध्यान में रखें:

  • Research Your Keywords
  • Optimize Metadata
  • Internal Linking

7. Spellings Error को सही करें

ब्लॉगिंग में आप जिस भाषा में आर्टिकल लिखेंगे। उसमें अच्छी पकड़ तो होनी चाहिए। परंतु एक आर्टिकल लिखने के बाद भी कुछ गलतियां जरूर रह जाती हैं।

चाहे ब्लॉग हिंदी भाषा में हो या फिर इंग्लिश में ना चाहते हुए भी शब्दों की गलतियां हो जाती हैं। जो पाठक के मन में सवाल उठा देती है कि ब्लॉग पर दी जानकारी विश्वास करने योग्य भी है या नहीं?

हालांकि Spelling Error आम बात है परंतु ज्यादा नहीं। एक Business Blog में Spelling Mistake का होना। शब्दों के अर्थ को बदल देता है।

इसलिए ब्लॉग को पूरा लिखने के बाद दोबारा Spellings को जांचे, Sentences को जांचे। इसके लिए आप Spelling Checker Tools का उपयोग कर सकते हैं।

Spellings Error सही करने के लिए टूल्स इस प्रकार हैं:

  • Grammarly
  • Hemingway
  • Grammar loopup
  • Ginger Software
  • White Smoke
  • Sentencecheckup

8. ब्लॉग विज़िटर्स की कमेंट पर ध्यान दें

विजिटर्स के द्वारा ब्लॉग पर कमेंट करना साफ संकेत है कि वह आपके ब्लॉग में रुचि दिखा रहे हैं यह एक ‘Green Signal’ है कि आप सही काम कर रहे हैं। कुछ कमेंट ऐसे होते हैं जिसमें कंटेंट की प्रशंसा की जाती है और कुछ वह है जिसमें विजिटर्स आपसे सवाल करते हैं।

ऐसे कमेंट पर अपनी प्रतिक्रिया जितना जल्दी हो दें। जिस प्रकार यूट्यूब में कॉमेंट्स Content Creators और Viewers के बीच तालमेल को दर्शाते हैं। ठीक इसी प्रकार एक ब्लॉग के लिए कमेंट से बेहद जरूरी है।

जिससे अगर आप कोई सवाल आर्टिकल में कवर करना भूल गए हैं तो वह विजिटर्स पूछ लेते हैं जिसे आप कंटेंट को Up-to-Date रख सकते हैं।

इसके अलावा ब्लॉग विजिटर्स की कमेंट का जवाब देना दर्शाता है कि आप अपने ब्लॉग पर आने वाले यूजर्स के लिए हमेशा उपलब्ध हैं।जिससे ब्लॉग ऑडियंस के साथ सही तालमेल बना रहता है।

अगर रीडर्स कंटेंट पड़ने पर भी कमेंट नहीं कर रहे हैं तो आप अपनी आर्टिकल्स में उनसे Feedback के तौर पर जवाब मांग सकते हैं।आर्टिकल के अंत में ऑडियंस से आर्टिकल के प्रति सवाल पूछ सकते हैं जिससे वह कमेंट करेंगे।

Micro Niche और Niche Blog के बीच क्या अंतर है?

Micro Niche Blog और Niche Blog में अंतर इस प्रकार है:

संख्या न:Micro Niche Blog Niche Blog
1.ऐसे ब्लॉग पर किसी Niche की भी Sub-Niche पर काम किया जाता है। जैसे- ‘Smartphone’ एक Niche है और “Smartphone Skins” एक Sub-Niche यही हमारी Micro Niche होगी।ऐसे ब्लॉग्स पर किसी ख़ास विषय या टॉपिक के बारे में लेख लिखे जाते है। जैसे ‘Smartphone’
2.ट्रैफिक के मामले में Micro Niche Site पर कम ट्रैफिक होता है। परंतु Conversation Rate ज़्यादा होता है।Micro Niche ब्लॉग्स के मुक़ाबले Niche Blog को रैंकिंग पाने में ज़्यादा समय लगता है।
3.कमाई के नज़रिए से Micro Niche ब्लॉग्स काफ़ी लाभकारी है। चुनी गई माइक्रो निच पर सीमित ऑडियंस होती है। जो Product Selling में और विज्ञापन से कमाई करने में उपयोगी है।SEO के हिसाब से Niche Blog में SEO करना आसान तो है ही परंतु बैकलिंक बनाना इनमें बेहद ज़रूरी है।
4.सर्च इंजन ऑप्टिमाइज़ेशन के नज़रिये से देखे तो ऐसे ब्लॉग्स में SEO करने की ज़्यादा ज़रूरत नहीं होती। यानि बैकलिंक के बिना भी Micro Niche Topic पर जल्दी रैंक करते है।Micro Niche ब्लॉग की ही तरह Niche Blog से भी कमाई कई तरीक़े से की जा सकती है।
5.Micro Niche Blog पर कंटेंट आइडियाज़ की कमी होती है। जिससे ब्लॉगर्स को आइडियाज़ ढूँढने में ख़ुद से ज़्यादा मेहनत लगती है।Niche Blog का कमाई का मुख्य स्रोत ज़्यादातर ‘Advertisement’ होता है। उसके बाद Affiliate Marketing.
6.माइक्रो निश ब्लॉग्स पर कई तरीक़े से कमाई की जा सकती है। उदाहरण- Advertisement, Affiliate Marketing, Sponsored Posts.Niche Blog पर ज़्यादा ट्रैफिक होता है। परंतु Long-Term कमाई करने के लिए ज़्यादा समय लगता है।
7.Low Competition होने के चलते बेहद कम चुनी गई Micro Niche से संबंधित लेख होते है। ऐसे में High CPC Advertising ब्लॉग्स पर दिखते है। जिससे ज़्यादा कमाई होती है।किसी ख़ास Niche को चुनने के बाद आप उस Niche से संबंधित, हर टॉपिक पर आर्टिकल लिखते है। जिससे Content Ideas की कमी नहीं होती।
8.ज़्यादातर माइक्रो नीच ब्लॉग्स को इंग्लिश भाषा में बनाया जाता है। क्योंकि ज़्यादातर Micro Niche Topics बाहरी देशों से संबंधित होते है और High CPC बाहरी देशों में ज्यादता मिलती है।ऐसे ब्लॉग पर काम करने से आप किसी एक फील्ड में माहिर होते जाते है।
9.Micro Niche Topic ढूँढ लेने के बाद अक्सर इसे दूसरे लोगो को बताया नहीं जाता। क्योंकि सारा खेल Niche Topic ढूढ़ने का ही है।Niche Blog पर माइक्रो निश मुक़ाबले कम्पटीशन ज़्यादा होता है। जिसका कारण आज लगभग हर टॉपिक को किसी ना किसी ब्लॉगर ने कवर कर लिया है।
10.पूरे इंटरनेट पर आपके द्वारा चुनी गई Micro Niche पर कंटेंट कम संख्या में होता है। ऐसे में आपके ब्लॉग पर Returning Visitors की संख्या भी ज़्यादा होती है।Niche Blog पर ट्रैफिक ज़्यादा संख्या में होता है। जिससे Long-Term ब्लॉगिंग करना संभव है।

Micro Niche Blog बनाना फ़ायदेमंद होगा?

बता दें कि Micro Niche Blogs लगभग हर तरीके से फायदेमंद होते हैं। जिसमें सबसे पहला फायदा है कि आप अपनी चुनी गई Niche के आधार पर एक ऐसी ऑडियंस बनाते हो। जो उस Niche से संबंधित प्रोडक्ट खरीदने में रुचि रखती है।

जिसका मतलब है कि आप ऐसी Micro Niche Site से High Conversation Rate के चलते ज्यादा कमाई कर सकते हैं। तो वहीं अगर दूसरे Niche Blog से इसकी तुलना करें। तो Micro Niche Blog खास Micro Topics पर बने होने के कारण ऑडियंस और खुद गूगल भी जल्दी ही ऐसे ब्लॉग पर विश्वास दिखाते हैं।

सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन की Micro Niche Blog में जरूरत नहीं होती। जिसका मुख्य कारण है इंटरनेट पर Micro Niche Topic पर कंटेंट होता ही नहीं है। जिससे गूगल खुद ऐसे Topic Ideas को रैंक करने में मदद करता है।

Micro Niche Blogs पर कमाई का हर तरीका अपनाया जा सकता है। चाहे वह Affiliate Marketing, Product Selling या फिर Google Adsense के ज़रिए कमाई करना ही क्यों ना हो।

ब्लॉग शुरू करने के लिए 100+ Best Micro Niche Ideas 2023

माइक्रो नीच ब्लॉग शुरू करने के लिए एक Profitable Micro Niche Blog Idea की ज़रूरत पड़ेगी। जो की कीवर्ड रिसर्च के द्वारा ही खिजा जा सकता है।

परंतु हम आपको 100+ Best Micro Niche Blog Ideas बताने जा रहे है। जिस पर Competition आज की तारीख़ में बेहद कम है। और डिमांड सबसे ज़्यादा है।

नीचे चित्र में दिखाए गए Micro Niche Blog Ideas में से किसी एक Idea को चुन कर आप अपनी Micro Niche Blogging शुरू कर सकते है।

100+ Best Micro Niche Blog Ideas 2023
100+ Best Micro Niche Blog Ideas 2023

Micro Niche Blogs कमाई में कैसे है?

Micro Niche Blog में कमाई सबसे ज्यादा है इसलिए प्रोफेशनल ब्लॉगर इन ब्लॉग्स के बारे में कीवर्ड रिसर्च कर Micro Niche Ideas ढूंढते रहते हैं।

किसी दूसरे ब्लॉग्स के मुकाबले आप Low Competition के चलते आराम से 3 से 4 महीने में $200 तक कमाई कर सकते हैं। हालांकि यह आपके द्वारा चुने Micro Niche Idea पर सबसे ज्यादा निर्भर करता है।

बता दें कि हमने अपने ब्लॉगिंग करियर में ऐसे ब्लॉग्स भी देखे हैं जो 1 महीने के अंदर ही $500 प्रति महीने कमाना शुरू कर चुके हैं। साथ ही बता दे कि कई ऐसी Micro Niche Ideas होते हैं।

जिस पर ट्रैफिक बिल्कुल कम होता है। परंतु High Earning होती है। जिसका कारण है: International Country को टारगेट करना Micro Niche Blogs पर किसी खास देश में की गई ज्यादा टॉपिक सर्च के आधार पर बनाए जाते हैं। जिन पर High CPC मिलती है।

Micro Niche Blog के क्या फ़ायदे है?

अब इतना ज़्यादा ट्रेंड Micro Niche Blogs का है। तो इसके फ़ायदे भी ज़्यादा ही होंगे। ख़ैर अब आप Micro Niche Blog क्या है? और अपना Micro Niche Blog कैसे बनाएँ? के बारे में जान चुके है।

तो चलिए अब Micro Niche ब्लॉग के फ़ायदे के बारे में जानते है जो इस प्रकार है:

  1. Micro Niche Blog पर 2 से 3 महीने में कमाई करना शुरू हो जाता है।
  2. Micro Niche Blog कम कंटेंट होने के चलते भी ज्यादा ट्रैफिक और ज्यादा कमाई की जा सकती है।
  3. इस तरह के ब्लॉग के लिए SEO सीखने की आवश्यकता नहीं होती। क्योंकि कम संख्या में कंटेंट होने के कारण गूगल जल्दी रैंकिंग रहता है।
  4. माइक्रो निश ब्लॉग ब्लॉग पर एफिलिएट प्रोग्राम के जरिए सबसे ज्यादा कमाई होती है।
  5. ऐसे ब्लॉग पर लगभग हर तरह से कमाई की जा सकती है। जैसे: एफ़िलिएट मार्केटिंग, एडवर्टाइजमेंट, स्पॉन्सर्ड पोस्ट इत्यादि।
  6. इस तरह के ब्लॉग पर 6 महीने काम करने पर ज्यादा वर्षों तक अर्निंग की जाती है।
  7. एक ही टॉपिक पर पूरा ब्लॉग होने पर गूगल जल्दी High रैंकिंग ऐसे ब्लॉग को देता है। वो भी कम समय में।
  8. कम ट्रैफिक के चलते भी Micro Niche Blog ज्यादा अर्निंग करते हैं। जिसका कारण है: High CPC Advertisment.
  9. माइक्रो नीच ब्लॉग पर विज़िटर्स सबसे ज्यादा भरोसा करते हैं।
  10. Micro Niche Blog पर Low Competition होता है।

Micro Niche Blog के क्या नुक़सान है?

किसी भी नई बिजनेस को शुरू करने पर हमें कुछ नुकसान झेलने पड़ते हैं। तो चलिए अब जानते हैं Micro Niche Blog के क्या नुकसान होते हैं:

  1. जल्दी पैसा कमाने के चलते नये ब्लॉगर्स भी Micro Niche ब्लॉग बनाते हैं। जिसके चलते वह Micro Niche Topics Ideas को ही खोज नहीं पाते और असफल हो जाते हैं।
  2. माइक्रो नीच ब्लॉग पर ट्रैफिक बेहद कम संख्या में होता है। जिसके चलते आप Affiliate Sales कर सकते हैं। परंतु गूगल ऐडसेंस से कमाई करना कई मामलों में जटिल हो जाता है।
  3. Micro Niche के बारे में कंटेंट आईडिया ढूंढना मुश्किल है। अगर आप चुनी गई Niche Topic Idea में रुचि रखते हैं तो सही है।

Micro Niche Blog का हिंदी भाषा में मतलब क्या है?

आसान भाषा में, Micro ka हिंदी अर्थ “अति सूक्ष्म” होता है। परंतु ब्लॉगिंग भाषा में “छोटा या कम पैमाने पर” और Niche का मतलब “अनुकूल या उपयुक्त” यानि की ऐसा ब्लॉग जिसके बारे में इंटरनेट पर ज़्यादा कंटेंट नहीं है। परंतु कमाई और Search Volume ज़्यादा होती है।

Micro Niche Blog से पैसे कैसे कमाते है?

माइक्रो निश ब्लॉग से विज्ञापन के अलावा सबसे ज़्यादा कमाई का तरीक़ा Affiliate Program है।इसीलिए सभी Micro Niche Blog इंगलिश भाषा में बनाए जाते है। ताकि पूरे विश्व में किसी भी देश कि Affiliate Program से कमाई की जा सके।

क्या माइक्रो नीच ब्लॉग हिंदी में बना सकते है?

जी, नहीं Micro Niche Blog हिंदू भाषा में बनाने का कोई फ़ायदा नहीं है। जिसका कारण है “हिंदी” केवल ज़्यादातर इंडिया में लिखी और पढ़ी जाती है और यहाँ Affiliate Program से Sales करना मुश्किल माना जाता है। तो वहीं इंडिया में हिन्दी भाषा पर बने ब्लॉग पर Low CPC मिलती है। जिससे विज्ञापन से भी ज़्यादा कमाई नहीं होगी।

Micro Niche Blog Ideas कैसे ढूँढें?

Micro Niche Blog Ideas ढूँढने के लिए Keyword Research सीखना ज़रूरी है। परंतु अगर आपके पास ऐसा Idea है। जिसके बारे में इँटरनेट पर बेहद कम कंटेंट है। अलग-अलग तरीको से कमाई करने में भी Idea सक्षम है। तो वहीं आपका Micro Niche Blog Idea है।

निष्कर्ष- (Micro Niche Blog Kya Hai In Hindi)

आखिर में दोस्तों, हमें पूरा विश्वास है कि अब आप Micro Niche Blog से संबंधित हर छोटी से छोटी जानकारी को भी समझ और जान चुके होंगे।

ध्यान दें कि Micro Niche पर जितने भी ब्लॉग बने हैं। वह सिर्फ प्रोफेशनल ब्लॉगर्स के द्वारा ही बनाए गए हैं। जिसका कारण है कि वह अपने अनुभव के चलते Micro Niche Ideas पाते हैं।

साथ ही Keyword Research के बारे में उन्हें ज्यादा नॉलेज होती है। जिसके चलते वह ज्यादा कमाई कर पाते हैं। परंतु अगर आप एक शुरुआती ब्लॉगस हैं तो आपके लिए Micro Niche Blogging के साथ-साथ दूसरे ब्लॉगर्स के द्वारा बनाए Niche Blog के बारे में जानना होगा।

जिससे आप Keyword Research सीखेंगे और कमाई शुरू कर सकेंगे। इसके अलावा अगर आप Micro Niche Blog Idea ढूँढ लेते हैं तो उस पर काम करना जल्दी से शुरू करें। जिससे आप उस Niche Idea को कवर कर अच्छी रैंकिंग हासिल करें।

हमें उम्मीद हमें पूरी उम्मीद है कि इस लेख पर Micro Niche क्या है? अपना Micro Niche Blog कैसे बनाएँ? से संबंधित जानकारी जरूर पसंद आई होगी।

दरअसल हमने अपने अनुभव के आधार पर Micro Niche के बारे में लिखा है। जिससे आसान भाषा में सभी चीजें हमारे पाठकों को समझ में आए।

अगर आपको हमारे ब्लॉग पर Micro Niche संबंधी जानकारी पसंद आई। तो इस लेख को अपने मित्रों में शेयर करें। जो कुछ बड़ा बिजनेस करना चाहते हैं। अगर आपको Blogging Niche संबंधित कोई भी सवाल या सुझाव है तो हमें नीचे कमेंट करके बताएं।

मेरा नाम Abhishek है। इस ब्लॉग का संस्थापक और लेखक हूं। मै Yoabby.com पर सभी आर्टिकल को हिंदी भाषा में लिखता हूं। मुझे लिखने का बहुत पहले से ही शौक था। ब्लॉगिंग के द्वारा मैं अपने शौक को भी पूरा कर रहा हूं। और साथ ही YoAbby.com पर आए लोगों को टेक्नोलॉजी के बारे में हिंदी भाषा में आर्टिकल उपलब्ध करवा रहा हूं।

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