Bitcoin क्या है? | Bitcoin Transaction कैसे काम करता हैं- हिंदी में

आज हम ज़ानेगे Bitcoin के बारे में की आख़िर Bitcoin क्या है? इसके अलावा Bitcoin Transaction कैसे काम करता हैं? से जुड़ी पूरी को जानकारी इस आर्टिकल में हिंदी में ज़ानेगे।

भारत में 10 करोड़ से भी ज्यादा यूजर्स के पास Bitcoin Cryptocurrency है। वही अगर दूसरे देशों की बात करें तो संयुक्त राज्य अमेरिका में 2 करोड़ 74 लाख बिटकॉइन यूजर हैं।

तो वहीं रूस में 1 करोड़ 74 लाख लोग बिटकॉइन को होल्ड करते हैं। इन सभी आंकड़ों से आपको ज्ञात हो जाता है कि भारत में Bitcoin यानी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर लोगों में कितनी रूचि है।

भारत में हर व्यक्ति जिसकी आय 10,000 से ज्यादा है। वह भी क्रिप्टोकरेंसी को होल्ड करता है। बता दें कि इंडिया में बिटकॉइन में रुचि लेना साल 2017 के बाद से ही शुरू हो गया था। तब ज्यादा लोगों को बिटकॉइन क्या होता है? Bitcoin Transaction कैसे काम करता हैं? इन चीजों का पता भी नहीं था।

धीरे-धीरे लोगों ने पैसा डबल करने के लिए बिटकॉइन में निवेश करना शुरू कर दिया। जिस व्यक्ति को इससे लाभ हुआ उसने आगे ओर व्यक्तियों को जोड़ा जिसके परिणामस्वरूप दुनिया के सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों से भी ज्यादा बिटकॉइन यूजर्स हमारे देश में हो गए।

इंडिया में इतने शेयर मार्केट में पैसा निवेश करने वाले यूजर्स नहीं है। जितने की बिटकॉइन के हैं। हमने अपनी रिसर्च के आधार पर सटीक जानकारी Cryptocurrency के बारे में दी है। इस एक पोस्ट में आप बिटकॉइन की पूरी जानकारी जान जाएंगे।

सबसे पहले हमें शुरू से चीजों को जानना होगा। जहां से करेंसी की शुरुआत जिसमें डिजिटल करेंसी, क्रिप्टोकरेंसी, क्रिप्टोग्राफ़ी, Bitcoin आदि से आर्टिकल की शुरुआत होगी। बिटकॉइन से संबंधित इस पोस्ट को पूरा पढ़ें व अपने ज्ञान को बढ़ाएं।

Digital Currency करेंसी क्या होती है?

Digital Currency का हिंदी मतलब डिजिटल मुद्रा है। इसे सिर्फ कंप्यूटर, मोबाइल, लैपटॉप जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ही देखा जाता है।साथ ही इन्हीं लैपटॉप, कंप्यूटर मोबाइल से करेंसी को एक से दूसरे व्यक्ति को भेजा जाता है। Digital Currency को देश का सेंट्रल बैंक जारी करता है। इसमें वेरिफिकेशन की आवश्यकता होती है। हर एक देश की अपनी डिजिटल मुद्रा होती है।

भारत सरकार के द्वारा अपनी डिजिटल करेंसी लाने की घोषणा हो चुकी है। जो कि देश के सेंट्रल बैंक के द्वारा लाई जाएगी। जिसे सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) कहा गया है। वही विदेशों के 80% केंद्रीय बैंकों ने अपने देश की डिजिटल मुद्रा बनाने पर ध्यान देना शुरू कर दिया है। इसी वजह से अब भारत भी उन देशों में शामिल हो चुका है।

Cryptocurrency क्या होती है?

क्रिप्टोकरेंसी को डिजिटल मनी भी कहा जा सकता है। क्योंकि कई देशों ने क्रिप्टोकरेंसी के द्वारा लेनदेन को स्वीकार किया है। जिसमें Paraguay, Anguilla, Venezuela जैसे देश शामिल हैं। वहीं डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, आईलैंड देशों में बिटकॉइन लीगल है।

Cryptocurrency ऐसी डिजिटल मुद्रा है। जिस पर किसी का नियंत्रण नहीं है। कोई बैंक या देश इसका मालिक नहीं है। यह ब्लॉकचेन सिस्टम पर आधारित है। साथ ही यह फ़िज़िकल फॉर्म में उपलब्ध नहीं होती। Cryptocurrency को क्रिप्टोग्राफी के द्वारा सुरक्षित रखा जाता है।

क्रिप्टोकरेंसी Blockchain Technology पर आधारित होती है। इसमें कोई सर्वर नहीं होता। ब्लॉकचेन नेटवर्क में विश्व के लाखों कंप्यूटर का इस्तेमाल होता है। जिससे किसी भी प्रकार का डाटा लीक होने का खतरा नहीं होता।

Cryptography क्या है?

Cryptography में सेंडर Plain Text को कोडिंग एल्गोरिथ्म का प्रयोग कर Encrypt कर देता है। Encryption में एल्गोरिथ्म Plain Text डाटा को Encryption Key लगाकर Plain Text को Cipher Text में बदल देते हैं। Cipher Text में डाटा को बदल जाने के बाद अगर कोई भी Plain Text को पढ़ना चाहेगा। तो वह उसे Cipher Text Coding में दिखेगा।

जिससे अगर प्राप्तकर्ता को उस Plain Text को पढ़ना होगा। तो वह उसे Decrypt करेगा जो कि Decryption Key के द्वारा ही संभव होगा। जो कि रिसीवर के पास होगी। ऐसा करने पर प्राप्तकर्ता Plain Text को पढ़ पाएगा।

क्रिप्टोग्राफी एंड नेटवर्क सिक्योरिटी काफी ज्यादा सुरक्षित होती है। जिससे Sender की तरफ से भेजा गया मैसेज सिर्फ Receiver ही पढ़ सकेगा। अगर कोई Third Person इसे Decode करने की कोशिश करता है। तो उसे वह सिर्फ़ Cipher Text Coding भाषा में ही दिखेगा।

Bitcoin क्या है?

Bitcoin क्या है? और Bitcoin Transaction कैसे काम करता हैं?

Bitcoin एक प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी ही है। जिसको किसी भी देश की सरकार या बैंक सिस्टम कंट्रोल नहीं करता। कंप्यूटर व स्मार्टफोन के माध्यम से Bitcoin को प्राप्त और भेज सकते हैं। बिटकॉइन Peer-To-Peer इलेक्ट्रॉनिक कैश सिस्टम है। जिसे ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के द्वारा मैनेज किया जाता है। इससे लेन-देन संभव है।

कई देशों की कंपनीज बिटकॉइन(BTC) के द्वारा लेनदेन करती है। बिटकॉइन ही सबसे पहली क्रिप्टोकरंसी है। जिसकी लोकप्रियता सबसे ज्यादा है। विश्व में आज Bitcoin(BTC), Litecoin(LTC), Ethereum(ETC) सबसे मशहूर क्रिप्टोकरेंसी है।

Bitcoin का इतिहास (History of Bitcoin in Hindi)

साल 2008 में विश्व के सबसे बड़े वित्तीय संकट का पूरी दुनिया सामना कर चुकी थी। इस वित्तीय संकट में करोड़ों लोगों की नौकरियां गई तो कई बड़ी कंपनियां Bankrupt हो गई। इसका असर दुनिया के हर देश पर पड़ा था।

लोगों को ऐसा इलेक्ट्रॉनिक कैश सिस्टम चाहिए था। जिससे लोग बिना किसी केंद्रीय बैंक या किसी बड़े फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन के पास जाए पैसों का लेनदेन कर सकें।

  • अक्टूबर 31, 2008 में A Peer-To-Peer Electronic Cash system ईमेल पूरी दुनिया में फैला जो कि Satoshi Nakamoto के द्वारा लिखा गया था। हालांकि इस बात का कोई ठोस सबूत नहीं है कि सतोशी नाकामोतो व्यक्ति है या कोई समूह कई लोग सतोशी नाकामोतो को ही बिटकॉइन का संस्थापक कहते हैं।
  • सतोशी नाकामोतो के द्वारा जारी किए गए इस ईमेल में बिटकॉइन के बारे में और यह कैसे काम करेगा सभी चीजों के बारे में बताया गया था। इस ईमेल में लोग बिना किसी सेंट्रल बैंक किया फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन के बिना एक दूसरे से व्यक्ति को पैसा भेजने की बात कही गई थी। जिसकी उस समय लोगों को जरूरत थी।
  • जनवरी 3, 2009 में सतोशी नाकामोतो के द्वारा बिटकॉइन का सबसे पहला Block Mine किया। जिसका नाम Genesis Block था। इसके बाद से बिटकॉइन को लोग अपनाने लग गए। बहुत ही कम लोगों ने बिटकॉइन माइनिंग करना शुरू कर दिया था।
  • जनवरी 1, 2010 तक 1 बिटकॉइन की वैल्यू 0.09 डॉलर थी।
  • मई 22, 2010 में बिटकॉइन से पैसों का ट्रांजैक्शन शुरू हुआ। फ्लोरिडा के नाम Laszlo Hanyecz शख़्स ने मात्र $28 के पिज्जा के बदले 10,000 बिटकॉइन का भुगतान किया था। जिसके बाद से 22 मई “Bitcoin Pizza Day” मनाया जाने लगा।
  • साल 2011 में बिट कॉइन की वैल्यू $1 तक हुई इसके बाद से बाजार में कई ओर क्रिप्टोकरंसी लांच कर दी गई। परंतु जो लोकप्रियता Bitcoin Cryptocurrency को मिली उस जितनी लोकप्रियता और वैल्यू किसी दूसरी करेंसी को नहीं मिली।
  • साल 2013 में बिटकॉइन के वैल्यू $1000 तक पहुंच गई। परंतु जल्द ही यह लुढ़क कर $300 तक आ गई। उस समय लोग यह जान चुके थे कि बिटकॉइन की वैल्यू एक समय के लिए बढ़ती घटती जाती है। जिससे इसमें निवेश करना रिस्की हो सकता है। इन वर्षों में बहुत से लोगों ने Cryptocurrency को सराहा तो कईयों ने इसका विरोध किया।
  • साल 2017 में जापान ने क्रिप्टोकरंसी को मान्यता दे दी। जिससे वहां के लोग बिटकॉइन से लेन-देन कर सकते थे। जब भी कोई बड़ा देश या अमीर व्यक्ति किसी भी क्रिप्टोकरंसी/स्टोक पर अपनी प्रतिक्रिया देता है तो उस करेंसी या स्टॉक पर लोग जमकर निवेश करते हैं। जिससे उसकी वैल्यू बढ़ जाती है।
  • साल 2017 के बाद से लोगों में बिटकॉइन क्रिप्टोकरंसी को लेकर उत्सुकता बढ़ने लगी। जिसके बाद लोगों ने इसमें पैसा निवेश करना शुरू कर दिया। इसी साल से बिटकॉइन की कीमतों में इजाफा होना शुरू हुआ। जिसके कारण से बिटकॉइन की कीमत $20000 तक पहुंच गई।
  • अप्रैल 2021 जिस समय पूरे विश्व भर में कोरोना महामारी का कहर जारी था।लॉकडाउन में बिटकॉइन की कीमतों में अविश्वसनीय उछाल देखा गया। जहां इसकी कीमत $65000 तक पहुंच गई जो कि अब तक सबसे ज्यादा कीमत एक Bitcoin की $65000 थी। इसके बाद से इसकी कीमत में कभी गिरावट तो कभी बढ़ोतरी को देखा गया।

Bitcoin Mining क्या है?

Bitcoin Mining में बिटकॉइन भेजने वाले और प्राप्तकर्ता के बीच खाते को संभालने हेतु कंप्यूटर कार्य करते हैं। जो माइनिंग मशीन भी कहलाते हैं। यह माइनिंग मशीन बहुत बड़े कंप्यूटर नेटवर्क मिलकर बिटकॉइन Blockchain Network बनाते हैं। ब्लॉकचेन में Transactions को वेरीफाई करने हेतु कंप्यूटर कार्य करते हैं।

इसके बाद इन कंप्यूटर को Algorithm Difficult puzzle को हल करना होता है। जो भी कंप्यूटर इन एल्गोरिदम को सबसे पहले हल करता है। वह अगले ट्रांजैक्शन को संभालेगा तथा इसके बदले में उसको Reward प्राप्त होगा जो कि बिटकॉइन के रूप में होता है।

Bitcoin Transaction कैसे काम करता हैं?

  1. सीमा ने राम को रेस्टोरेंट में खाना खिलाया। जिसके बाद राम ने सीमा को पैसा देना है। इसलिए राम अपने स्मार्टफोन में Bitcoin App को खोलता है।
  2. अब भुगतान करने के लिए राम को अपनी Private Key और सीमा की Public Key की जरूरत पड़ती है।
  3. राम सीमा के मोबाइल में से बिटकॉइन ऐप खोल कर QR Code स्कैन करके उसकी Public Key ले लेता है। जिससे उसे एक संख्या प्राप्त होती है।
  4. Note: बता दें कि जिसके पास Public Key होती है। वह बिटकॉइन पते पर आसानी से Bitcoin भेज सकता है। परंतु जिसके पास Private Key होती है। वह किसी दूसरे व्यक्ति को बिटकॉइन भेजने के लिए केवल एक हस्ताक्षर जारी कर सकता है।
  5. अब यहां पर राम ने सीमा को पैसा भेजना है तो Miners ट्रांजैक्शन को वेरीफाई करते हैं जिसके बाद Bitcoin Transaction Process चलता है।
  6. अब राम के स्मार्टफोन में App बिटकॉइन्स ट्रांजैक्शन को सफलतापूर्वक होने के लिए विश्व भर में बैठे Bitcoin Miners को अलर्ट भेजता है।
  7. बिटकॉइन माइनर्ज़ जाँचते है कि राम के पास पूरे ट्रांजैक्शन को पूरा करने के लिए पर्याप्त बिटकॉइनस है कि नहीं।
  8. Miners के द्वारा बिटकॉइन वेरीफाई करने के बाद अगला प्रोसेस शुरू होता है। जिसमें विश्व भर में माइनर्स अपनी माइनिंग मशीन(हार्डवेयर,सॉफ्टवेयर) से पेंडिंग ट्रांजैक्शन के साथ दूसरे ट्रांजैक्शन जो जमा नहीं किए हैं। उनके बंडल बनाना शुरु कर देते हैं।
  9. यह पूरी प्रक्रिया माइनिंग मशीन अपने आप पूरी करती रहती है। साथ ही इसमें पिछले Block के ट्रांजैक्शन को भी खाते में जोड़ लिया जाता है।
  10. अब माइनर अपनी माइनिंग मशीन में गणितीय फंक्शन का प्रयोग करता है। जिसे ‘Hash’ कहा जाता है। इसके जरिए फिंगरप्रिंट तैयार किया जाता है। जो की क्रिप्टोग्राफी के द्वारा बन पाता है। फिंगरप्रिंट से लेनदेन को वेरीफाई किया जाता है।
  11. अब जो Hash Block होता है। उसके सबसे पहली संख्या 0 से आरंभ होनी चाहिए इस संख्या का किसी को भी पता नहीं होता।
  12. अब Hash बिना शून्य से आरंभ होने वाली संख्या के साथ एक नए हैश ब्लॉक का उत्पादन करता है। माइनर्स सही वैल्यू खोजने के लिए गैर शून्य वाली संख्या के साथ प्रक्रिया जारी रखता है।
  13. जब माइनर को सही संख्या में शून्य के साथ Hash मिलता है। उसे Hash की जानकारी Blockchain Network को भेजी जाती है। और दूसरे माइनर्स के पास एक नया ब्लॉक बन जाता है। जिसे माइनर्स को ज्ञात हो जाता है कि सही संख्या के Hash को खोज लिया गया है।
  14. एल्गोरिदम Hashed Block खोजने वाले माइनर को बिटकॉइन बना कर देता है और उस Hashed Block को खाते में जोड़ दिया जाता है।
  15. इसके बाद राम को 10 मिनट के अंदर Bitcoins के लेनदेन की सूचना मिल जाती है जो कि सीमा के लिए बनाए गए थे।

Bitcoin Wallet क्या है?

Bitcoin wallet क्या है?

Bitcoin Wallet के द्वारा ही बिटकॉइन ट्रांजैक्शन को पूरा किया जा सकता है। Bitcoin को आप खरीदना या बेचना चाहते हैं। यह सब चीजें आप बिटकॉइन वॉलेट बनाने के बाद ही कर सकते हैं। Bitcoin Wallet को आप मोबाइल,डेस्कटॉप,वेब प्लेटफॉर्म पर बना सकते हैं। जहां आप अपनी जरूरी जानकारी जैसे बैंक से संबंधित, UPI, Email को भरकर वॉलेट बना सकते हैं।

बिटकॉइन वॉलेट बना लेने के बाद आपको Address Key मिल जाती है।जिसके जरिए आप बिटकॉन को खरीदना बेचना या किसी दूसरे व्यक्ति को बिटकॉइन भेजना या प्राप्त करना जैसे कार्य को पूरा कर सकते हैं।

Bitcoins कैसे ख़रीदे?

  1. बिटकॉइन को खरीदने से पहले बिटकॉइन वॉलेट बना ले।
  2. अपने Bitcoin Wallet को ओपन करें।
  3. वॉलेट में KYC Process को पूरा करें।
  4. अपना पूरा नाम,जन्म तिथि,ईमेल,पैन कार्ड,आधार कार्ड को भरे।
  5. अब आप अपने वॉलेट में बैंक डिटेल्स को भरे। जिससे Bitcoin के लेन-देन में कोई समस्या न आए।
  6. अब आपको अपने बिटकॉइन वॉलेट में Paytm, PhonePe, UPI में से एक का इस्तेमाल कर पैसे जमा कर लेने है। जिसे आप क्रिप्टोकरंसी को खरीद सकेंगे।
  7. पैसा डिपॉजिट होने के बाद आपको अपने वॉलेट के फ्रंट पेज पर विश्व भर की सारी क्रिप्टोकरंसी दिख जाएंगी। आप किसी भी करेंसी चाहे Bitcoin(BTC), Litecoin(LTC), Ethereum(ETC) हो को खरीद सकते हैं।
  8. बिटकॉइन को खरीदने के बाद आप उस क्रिप्टोकरंसी को अपने वॉलेट में देख सकते हैं।

Bitcoins कैसे बेचें?

  1. बिटकॉइन को बेचने की प्रक्रिया भी एकदम आसान है।
  2. आपको क्रिप्टोकरंसी को खरीद लेना है। यदि आपको क्रिप्टोकरेंसी में नुकसान या फायदा हो रहा है।
  3. अपने हिसाब से उचित समय पर आप अपनी Cryptocurrency को बेच सकते हैं। जहां से आपने Bitcoins को Buy किया था।
  4. वही आपको Sell का ऑप्शन मिल जाएगा।
  5. जहां से आप बिटकॉइन को बेच सकते हैं।
  6. बिटकॉइन बेचने के बाद पैसे को अपने बैंक में भी ट्रांसफर कर सकते हैं। यह आसान प्रक्रिया है।

Cryptocurrency ख़रीदना सुरक्षित है?

इंडिया में 10 करोड से भी ज्यादा लोगों ने बिटकॉइन क्रिप्टोकरंसी में निवेश किया है। बहुत लोगों ने पैसा भी बहुत कमाया है। परंतु इंडियन गवर्नमेंट के द्वारा 23 नवंबर 2021 के बाद से कुछ बातों को मंजूर करते हुए सभी प्राइवेट क्रिप्टोकरंसी को बैन कर दिया गया है। देश का युवा वर्ग Cryptocurrency में रुचि ले रहा है। जिसको देखते हुए भारतीय सरकार Cryptocurrency Ban को लेकर सख्त कदम उठा सकती है।

  • साथ ही बिटकॉइन की कीमत एक ही दिन में 40% से 60% तक गिर जाती है।
  • कभी-कभी इसकी कीमतों में भारी उछाल भी देखा जाता है।
  • अगर आप अपने बिटकॉइन वॉलेट का पासवर्ड भूल जाते हैं तो आप अपने निवेश किए हुए बिटकॉइन को कभी रिकवर नहीं कर सकते।
  • इंडिया से बाहर आप बेझिझक बिटकॉइन में निवेश कर सकते हैं। परंतु इंडिया में गवर्नमेंट के अगले आदेश आने तक ज्यादा पैसों का इसमें निवेश ना करें।

बिटकॉइन के फ़ायदे

  1. बिटकॉइन डिसेंट्रलाइज करेंसी होने के कारण इस के लेन-देन पर किसी भी देश की सरकार या बैंक नजर नहीं रख सकती।
  2. बिटकॉइन को देश-विदेश में बैठे किसी भी व्यक्ति को भेजा जा सकता है।
  3. बिटकॉइन के लेन-देन में किसी भी प्रकार का टैक्स आपको देने की जरूरत नहीं।
  4. आप Bitcoin में ₹100 से लेकर करोड़ों रुपए तक निवेश कर सकते हो।
  5. यह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित है जो कि काफी सुरक्षित होतीं है।

बिटकॉइन के नुक़सान

  1. Bitcoin की कीमत में 1 दिन में 40% से भी नीचे की गिरावट देखी जाती है। जिससे आपके लगाए गए पैसे डूब सकते हैं।
  2. बिटकॉइन पर देश की सरकारें अपने नियम बदलती रहती है। जिससे निवेशक का नुकसान होने का खतरा बना रहता है।
  3. बिटकॉइन किसी भी बैंक सरकार के अंतर्गत नहीं है। जो भी नुकसान होगा इस समय आपकी कोई भी मदद नहीं करेगा।
  4. बिटकॉइन वॉलेट के पासवर्ड को कहीं अवश्य लिख कर रख ले। पासवर्ड भूल जाने पर आप निवेश किए धन को रिकवर नहीं कर सकते।

Cryptocurrency का भारत में भविष्य

भारत सरकार के द्वारा 23 नवंबर को क्रिप्टोकरंसी पर बैन लगा दिया गया। जिससे भारत में क्रिप्टोकरंसी का भविष्य खतरे में पड़ गया है। क्रिप्टोकरंसी पर बैन का मतलब हो सकता है कि आप क्रिप्टोकरंसी Exchange Apps का उपयोग ना कर पाए।

साथ ही आपको भारतीय बैंकों की तरफ से क्रिप्टोकरंसी मामलों में कोई सहायता नहीं की जा सकेगी। हालांकि अगर आपके पास किसी भी प्रकार की क्रिप्टोकरंसी पड़ी है तो आप उसे अपने किसी दोस्त को इंटरनेट की सहायता से विदेश में भेज सकते हैं। परंतु इंडिया में इसको एक्सचेंज नहीं कर पाओगे।

वही देश के 10 करोड से भी ज्यादा लोगों ने बिटकॉइन में निवेश किया है। लोगों को सरकार के अंतिम निर्णय का इंतजार होगा। भारत में क्रिप्टो करेंसी के भविष्य को लेकर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। हालांकि सरकार ने सभी Private Cryptocurrency को बैन कर दिया है।

(FAQs) अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न :

एक बिटकॉइन कैसे बनता है?

बिटकॉइन भेजने वाले और प्राप्तकर्ता के बीच Transaction प्रक्रिया चलती है। इसके बाद इस पूरी प्रक्रिया को ब्लॉकचेन नेटवर्क में जोड़ लिया जाता है।Transaction प्रक्रिया को सफल होने पर माईनर्स को इनाम के रूप में बिटकॉइन का कुछ हिस्सा मिलता है। इस प्रकार एक बिटकॉइन बनता है।

बिटकॉइन का मालिक कौन है?

इंटरनेट पर जापान के रहने वाले सतोशी नाकामोतो को बिटकॉइन का मालिक कहा गया है।

बिटकॉइन की शुरुआती क़ीमत क्या थी?

जनवरी 1, 2010 तक एक बिटकॉइन की क़ीमत 0.09 डॉलर थी। जो कि इंडियन करेन्सी में मात्र 6.71 रुपए थी। वही आज 2022 में एक बिटकॉइन की क़ीमत 35 लाख रुपए है।

सबसे ज़्यादा बिटकॉइन किसके पास है?

बिटकॉइन के निर्माता सतोशी नाकामोतो के पास विश्व में सबसे ज़्यादा बिटकॉइन हैं। जिसकी संख्या 1 मिलीयन हैं।

सबसे सस्ती क्रिप्टोकरेंसी कौन-सी है?

Shiba Coin और TRON(TRX) विश्व की सबसे सस्ती क्रिप्टोकरेंसी है।

निष्कर्ष :

हमें उम्मीद है कि आपने हमारे Bitcoin के लेख को पढ़कर इससे जुड़ी सभी चीजों को अच्छे से जान और समझ लिया होगा। दोस्तों पिछले दो-तीन वर्षों में इंडिया में Cryptocurrency में निवेश लोगों ने बढ़ चढ़कर किया है। बिना किसी रिसर्च के आए दिन हजारों लोग बिटकॉइन में पैसा लगा रहे हैं।

कोई Bitcoin Mining कर रहा है तो कोई अपने जीवन भर की कमाई दोगुना होने के चक्कर में इसमें लगा रहा है। हमें यह समझना होगा कि यह एक ऐसी डिजिटल करेंसी है जिस पर किसी का भी कंट्रोल नहीं है अर्थात कोई भी नहीं जानता है कि कौन सा देश इसे कब बैन कर दे।

अगर इसमें लोग पैसा निवेश करना चाहते हैं तो एक ही बार पैसा निवेश करें और उसे long-term के लिए होल्ड करें। इससे आपको इसमें बार-बार निवेश करने की जरूरत नहीं पड़ेगी और आपका पैसा नहीं डूबेगा। वहीं अगर आपकी आय अच्छी है तो भी आप कुछ धन को अच्छी रिसर्च के साथ स्टॉक मार्केट में निवेश कर सकते हैं। जो कि एकदम लीगल भी है।

आपको यह भी पता रहेगा कि आप किस कंपनी में निवेश कर रहे हैं। भारत सरकार के द्वारा क्रिप्टोकरंसी पर बैन लगाए जाने के बाद Cryptocurrency का भविष्य भारत में खतरे में पड़ सकता है। इसलिए इंटरनेट पर मौजूद पैसा कमाने के तमाम प्लेटफार्म पर अच्छी रिसर्च के साथ इन्वेस्ट करें। अगर आप अपना पैसा Invest करना चाहते हैं तो आप इसे स्टॉक मार्केट में निवेश करें।

कम पैसा निवेश करने के साथ-साथ आपका ज्ञान स्टॉक मार्केट में बढ़ता जाएगा। जो कि आने वाले वर्षों में आपको बहुत फायदा देने वाला है।

मुझे उम्मीद है कि आपको हमारी बिटकॉइन क्रिप्टोकरंसी से संबंधित यह पोस्ट ज़रूर इन्फ़ॉर्मटिव लगी होंगी। हम अपने पाठकों के लिए Bitcoin क्या है? और Bitcoin Transaction कैसे काम करता हैं? से जुड़ी ओर भी ज़रूरी जानकारी को लाते रहेंगे। इस लेख के बारे में हमें अपनी राय कॉमेंट बॉक्स में ज़रूर दे।

यह भी पढ़े: Data Center क्या होता है – What Is Data Center In Hindi

मेरा नाम Abhishek है। इस ब्लॉग का संस्थापक और लेखक हूं। मै Yoabby.com पर सभी आर्टिकल को हिंदी भाषा में लिखता हूं। मुझे लिखने का बहुत पहले से ही शौक था। ब्लॉगिंग के द्वारा मैं अपने शौक को भी पूरा कर रहा हूं। और साथ ही YoAbby.com पर आए लोगों को टेक्नोलॉजी के बारे में हिंदी भाषा में आर्टिकल उपलब्ध करवा रहा हूं।

Leave a Comment